दुर्ग: कांग्रेस के दिग्गज नेता और अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के दशगात्र और श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हजारों लोगों ने दिवंगत मोतीलाल वोरा को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, सीएम भूपेश बघेल समेत कई नेता और आमजन मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी अपने मंत्रीमंडल के साथ सभा में पहुंचे. जहां उन्होंने मोतीलाल वोरा को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. उन्होंने मोतीलाल वोरा (बाबू जी) के साथ बिताए पलों को याद किया. सीएम भूपेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में रहते हुए एक पार्षद से लेकर सीएम और राज्यपाल तक का सफर बाबू जी ने तय किया है. ये अपने आप में सबसे बड़ी उपलब्धि है. 93 साल की उम्र होने के बाद भी काम को लेकर बाबू जी जीवट थे.
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'हमें नहीं पता था ये उनका आखरी जन्मदिन होगा'
आधी रात को भी लगातार काम करते और उनको देखकर हमें हौसला मिलता था. जब भी दिल्ली जाना होता था तो बाबू जी से मिलते थे. वे घर ले जाते और भोजन कराते उनके यहां से कोई बिना खाना खाएं नहीं जाता था. इसी प्रकार की कई बातें सीएम ने याद की और बताया कि 20 दिसंबर को उनके जन्मदिन पर उन्हें बधाई दिया तब वे अस्पताल में थे. लेकिन हमें नहीं पता था कि ये उनका आखरी जन्मदिन होगा. बाबू जी को पूरे कांग्रेस परिवार की ओर से श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं.
नेताओं ने साझा की यादें
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष पवन बंसल और छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया भी श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए. पीएल पुनिया ने दिवंगत मोतीलाल वोरा को याद करते हुए उनके साथ बिताए हुए पलो को याद किया.