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भिलाई पहुंचे CM Baghel ने राधेश्याम बारले को किया सम्मानित

राधेश्याम बारले (Radheshyam Barle) को केंद्र सरकार (Central government) ने पद्मश्री सम्मान (Padma Shri Award) से नवाजा है. राधेश्याम बारले 1978 से पंथी नृत्य (Panthi dance) की प्रस्तुति प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में दे रहे हैं. उनकी इस कला के लिए उन्हें राज्य सरकार (State government) द्वारा तीन राज्य अलंकरण सम्मान (Three State Award) से भी नवाजा गया है.

CM Bhupesh Baghel honored Radheshyam Barle
सीएम भूपेश बघेल ने राधेश्याम बारले को किया सम्मानित
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Published : Nov 11, 2021, 7:18 PM IST

Updated : Nov 11, 2021, 7:29 PM IST

दुर्गः छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का दुर्ग (Durg) जिला कला के क्षेत्र में एक बार फिर गौरवांवित हुआ है. दरअसल, कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राधेश्याम बारले (Radheshyam Barle)को केंद्र सरकार (Central government) ने पद्मश्री सम्मान (Padma Shri Award) से सम्मनित किया है. बता दें कि राधेश्याम बारले 1978 से पंथी नृत्य (panthi dance) की प्रस्तुति प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में दे रहे हैं. उनकी इस कला के लिए उन्हें राज्य सरकार (State government) द्वारा तीन राज्य अलंकरण सम्मान (Three State Award) से भी नवाजा गया है. साथ ही अन्य मंचो पर भी राधेश्याम बारले को सम्मानित किया जा चुका है.

अन्य मंचो पर भी राधेश्याम बारले को सम्मानित किया जा चुका है

पंथी नर्तक राधेश्याम बारले ने भुखमरी से जूझते हुए पद्मश्री तक का किया सफर

इस कड़ी में आज सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) भी बारले को सम्मानीत करने भिलाई (Bhilai) के रिसाली रावण भाटा मैदान (Risali Ravan Bhata Ground) में आयोजित कार्यक्रम में पहुचे. मुख्यमंत्री के साथ गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू (Home Minister Tamradhwaj Sahu), भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव (Bhilai MLA Devendra Yadav) समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे.

तीन-तीन राज्य अलंकरण से सम्मानित

बता दें कि बाबा गुरु घासीदास (Baba Guru Ghasidas) के बताए मार्ग पर चलकर मनखे मनखे एक समान के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने को पंथी नृत्य को माध्यम बनाने वाले राधेश्याम बारले को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लोक कला के क्षेत्र में साल 2008 में प्रथम देवदास बंजारे सम्मान, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के हांथो साल 2012 में गुरु घासीदास सामाजिक दलित चेतना सम्मान, वहीं, साल 2016 में डॉ भंवर सिंह पोर्ते आदिवासी सेवा सम्मान जैसे तीन-तीन राज्य अलंकरण से सम्मानित किया गया है.

दर्जनों सम्मान पा चुके हैं बारले

बताया जा रहा है कि कला के क्षेत्र में अन्य राज्यों से ये दर्जनों सम्मान प्राप्त कर चुके हैं. पंथी नृत्य के माध्यम से बाबा गुरु घासीदास जी के सन्देश को जन-जन तक पहुंचाने वाले पाटन क्षेत्र के ग्राम खोला निवासी राधेश्याम बारले ने 1978 से पंथी नृत्य की शुरुआत ग्राम खोला में सतनाम पंथी संस्कृतिक सेवा समिति के नाम से टीम तैयार की थी. फिर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचो पर प्रस्तुति देकर पंथी नृत्य को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया. इस कला में अपना जीवन समर्पित करने वाले राधेश्याम बारले को केंद्र सरकार ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित होने के बाद आज सीएम भूपेश बघेल भी उनको सम्मनित करने पहुंचे.

पंथी विश्व के सबसे तेज नृत्यों में से एक

वहीं, सीएम ने इस मौके पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से आए प्रत्येक पंथी दल को 25 हजार रुपये देने की घोषणा की. इस दौरान प्रदेश भर से आई पंथी टोलियों ने अपने नृत्य कला का प्रदर्शन किया. बता दें कि पंथी विश्व के सबसे तेज नृत्यों में से एक है.

दुर्गः छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का दुर्ग (Durg) जिला कला के क्षेत्र में एक बार फिर गौरवांवित हुआ है. दरअसल, कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राधेश्याम बारले (Radheshyam Barle)को केंद्र सरकार (Central government) ने पद्मश्री सम्मान (Padma Shri Award) से सम्मनित किया है. बता दें कि राधेश्याम बारले 1978 से पंथी नृत्य (panthi dance) की प्रस्तुति प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में दे रहे हैं. उनकी इस कला के लिए उन्हें राज्य सरकार (State government) द्वारा तीन राज्य अलंकरण सम्मान (Three State Award) से भी नवाजा गया है. साथ ही अन्य मंचो पर भी राधेश्याम बारले को सम्मानित किया जा चुका है.

अन्य मंचो पर भी राधेश्याम बारले को सम्मानित किया जा चुका है

पंथी नर्तक राधेश्याम बारले ने भुखमरी से जूझते हुए पद्मश्री तक का किया सफर

इस कड़ी में आज सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) भी बारले को सम्मानीत करने भिलाई (Bhilai) के रिसाली रावण भाटा मैदान (Risali Ravan Bhata Ground) में आयोजित कार्यक्रम में पहुचे. मुख्यमंत्री के साथ गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू (Home Minister Tamradhwaj Sahu), भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव (Bhilai MLA Devendra Yadav) समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे.

तीन-तीन राज्य अलंकरण से सम्मानित

बता दें कि बाबा गुरु घासीदास (Baba Guru Ghasidas) के बताए मार्ग पर चलकर मनखे मनखे एक समान के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने को पंथी नृत्य को माध्यम बनाने वाले राधेश्याम बारले को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लोक कला के क्षेत्र में साल 2008 में प्रथम देवदास बंजारे सम्मान, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के हांथो साल 2012 में गुरु घासीदास सामाजिक दलित चेतना सम्मान, वहीं, साल 2016 में डॉ भंवर सिंह पोर्ते आदिवासी सेवा सम्मान जैसे तीन-तीन राज्य अलंकरण से सम्मानित किया गया है.

दर्जनों सम्मान पा चुके हैं बारले

बताया जा रहा है कि कला के क्षेत्र में अन्य राज्यों से ये दर्जनों सम्मान प्राप्त कर चुके हैं. पंथी नृत्य के माध्यम से बाबा गुरु घासीदास जी के सन्देश को जन-जन तक पहुंचाने वाले पाटन क्षेत्र के ग्राम खोला निवासी राधेश्याम बारले ने 1978 से पंथी नृत्य की शुरुआत ग्राम खोला में सतनाम पंथी संस्कृतिक सेवा समिति के नाम से टीम तैयार की थी. फिर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचो पर प्रस्तुति देकर पंथी नृत्य को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया. इस कला में अपना जीवन समर्पित करने वाले राधेश्याम बारले को केंद्र सरकार ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित होने के बाद आज सीएम भूपेश बघेल भी उनको सम्मनित करने पहुंचे.

पंथी विश्व के सबसे तेज नृत्यों में से एक

वहीं, सीएम ने इस मौके पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से आए प्रत्येक पंथी दल को 25 हजार रुपये देने की घोषणा की. इस दौरान प्रदेश भर से आई पंथी टोलियों ने अपने नृत्य कला का प्रदर्शन किया. बता दें कि पंथी विश्व के सबसे तेज नृत्यों में से एक है.

Last Updated : Nov 11, 2021, 7:29 PM IST
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