दुर्ग: छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले लगातार बघेल सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. चाहे विपक्ष हो या फिर कोई संगठन, इन दिनों हर ओर विरोध ही देखने को मिल रहा है. इस विरोध में छत्तीसगढ़ मातृ शक्ति संगठन भी शामिल है. दरअसल छत्तीसगढ़ मातृ शक्ति संगठन ने शराबबंदी को लेकर भूपेश बघेल सरकार का विरोध किया है. इस दौरान ये संगठन डोंगरगढ़ से मां बमलेश्वरी की पूजा-अर्चना करने के बाद भिलाई-3 सीएम कैंप हाउस तक पदयात्रा की.
दर्जनों महिलाएं पदयात्रा में शामिल: छत्तीसगढ़ मातृ शक्ति संगठन के इस पदयात्रा में तकरीबन दर्जनों महिलाएं शामिल हुई. इन महिलाओं ने पहले मां बमलेश्वरी की पूजा-अर्चना की. इसके बाद भिलाई-3 सीएम कैंप हाउस तक पदयात्रा की. 13 जुलाई से शुरू हुए इस पदयात्रा में महिलाओं ने शराबबंदी का पोस्टर बैनर हाथ में लेकर विरोध प्रदर्शन किया. ये पदयात्रा डोंगरगढ़, राजनांदगांव और दुर्ग होते हुए भिलाई की सीमा में घुसी. उसके बाद सीएम हाउस के पास इसे रोक दिया गया.
मानसून सत्र में शराबबंदी का ऐलान करे बघेल सरकार: महिलाओं का आरोप है कि "मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साल 2018 के अपने विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में शराबबंदी का ऐलान किया था. साथ ही गंगाजल लेकर कसम खाई थी.हालांकि कांग्रेस के झूठे वादे और दावे वैसे ही रह गए. लेकिन प्रदेश में शराबबंदी नहीं हुई. इस वादे को पूरा नहीं करने पर छत्तीसगढ़ की महिलाओं में गुस्सा है. मातृ शक्ति संगठन सीएम बघेल से मिलने आई थी. उन्हें आवेदन देने आई थी. लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया."
छत्तीसगढ़ मातृ शक्ति संगठन की इन मांगों पर अब देखना होगा कि बघेल सरकार क्या फैसला लेती है. क्या प्रदेश में शराबबंदी किया जाएगा. कब तक इन महिलां की मांगें पूरी होती है.