दुर्ग: मरवाही उपचुनाव की काउंटिंग 10 नवंबर को है. इसके पहले बयानबाजियों, आरोपों और प्रत्यारोपों का दौर जारी है. इस चुनाव में जोगी के जाति विवाद का जिन्न निकला. जोगी परिवार चुनाव नहीं लड़ पाया और जेसीसी (जे) ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर गंभीर सिंह को समर्थन दे दिया. पाटन में मुख्यमंत्री भूपेश ने जाति सर्टिफिकेट को लेकर अमित जोगी पर निशाना साधा, वहीं समर्थन को लेकर भाजपा पर भी तंज कसा.
बघेल ने कहा कि, 'रमन सिंह कह रहे थे कि अमित जोगी को चुनाव लड़ने देना चाहिए था, लेकिन जो सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है, उसपर कोई दूसरी जाति वाला चुनाव लड़ सकता है क्या. जिसके पास सर्टिफिकेट है, वहीं चुनाव लड़ सकता है. पहले भाजपा वाले नकली आदिवासी, फर्जी सर्टिफिकेट का हल्ला मचाते थे. जांच में सही पाए जाने पर सर्टिफिकेट निरस्त कर दिया गया. अब रमन सिंह क्यों अन्याय-अन्याय चिल्ला रहे हैं. अब 10 तारीख को पता चलेगा कि अन्याय हुआ कि नहीं. अब तो वोट डाले जा चुके हैं.'
'भाजपा और जोगी की साजिश'
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस मरवाही उपचुनाव 25 हजार से ज्यादा वोटों से जीतेगी. बघेल ने रमन सिंह पर ब्लैकमेलिंग करने का आरोप लगाया. जाति प्रमाण पत्र उलझा कर 15 साल राज करने का आरोप लगाया. बघेल ने कहा कि भाजपा ने जोगी के साथ साजिश कर 15 साल राज किया नहीं तो कांग्रेस को कोई हटा नहीं सकता था. अब खुलकर दोनों सामने आ गए हैं.
अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई सीट
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई मरवाही सीट के लिए 3 नवंबर को वोट डाले गए थे. जाति प्रमाण पत्र निरस्त होने के बाद जोगी परिवार चुनाव नहीं लड़ पाया था, जिसके बाद जेसीसी (जे) ने भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर गंभीर सिंह को समर्थन दिया था. पूर्व सीएम रमन ने अमित जोगी को चुनाव न लड़ने देने को अन्याय बताते हुए कहा था कि जेसीसी (जे) के पास कोई और विकल्प नहीं था.