दुर्ग: मोहम्मद रफीक दतिमा नाम का यात्री 11 अगस्त को दुर्ग स्टेशन के मेन गेट पर TTE से शिकायत करता है कि ट्रेन में एक फर्जी टीटीई घूम रहा है. जिसका पूरा हुलिया रेलवे के टीटीई के जैसा ही है लेकिन उसकी गतिविधि संदिग्ध लग रही है. वो कोच में घूमघूम कर लोगों से पैसों की वसूली कर रहा है.
यात्री की जागरूकता से हुआ खुलासा: यात्री ने बताया कि वह सुबह ट्रेन नंबर 18242 अंबिकापुर एक्सप्रेस में था. जिस व्यक्ति ने अंबिकापुर से दुर्ग तक यात्रा के दौरान उसका टिकट चेक किया वो फर्जी लग रहा था. यात्री की शिकायत पर टीटीई अलर्ट हो गया उसने उसलापुर आरपीएफ को इसके बारे में बताया.
आरपीएफ ने उसलापुर रेलवे स्टेशन में फर्जी टीटीई की तलाशना शुरू किया लेकिन वो नहीं मिला. यात्री मो. रफीक फिर से रात 8 बजे दुर्ग से अंबिकापुर जाने के लिए दुर्ग रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर खड़ा था. उसने देखा कि वहीं फर्जी टीटीई स्टेशन में घूम रहा है. उसने इसके बारे में ड्यूटी पर तैनात टीटीई को बताया. टीटीई ने तुरंत आरपीएफ को बुलाया. जिसके बाद आरपीएफ की टीम ने उसे पकड़ा और उससे पूछताछ शुरू की.
टीटीई का फर्जी आईडी भी रखा था साथ: आरोपी ने अपना नाम अवधेश साहू बताया. जो सूरजपुर जिले के डबरीपारा का रहने वाला था. उसके पास एक बैग भी मिला. जिसमें से रेलवे का फर्जी आई कार्ड निकला. उसमें उसका नाम संतोष स्टेशन नाम LJKR पदनाम TA II ऑपरेटिंग विभाग, बिलासपुर मंडल लिखा था. आरोपी के आधार कार्ड पर उसका नाम अवधेश साहू ही लिखा था और उसमें लगा फोटो भी उसी का था. जांच करने पर आईकार्ड फर्जी निकला. उसके बैग से रेलवे से संबंधित दस्तावेज भी जीआरपी ने बरामद किया.
आरोपी के खिलाफ हुई ये कार्रवाई: आरोपी ने रेलवे का डुप्लीकेट आईकार्ड रखकर ट्रेन में टिकट चेकिंग की. इस तरह उसने रेलवे को आर्थिक नुकसान पहुंचाया. आरोपी को जीआरपी चौकी प्रभारी दुर्ग को हैंडओवर किया गया. जीआरपी ने आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेजा है.