दुर्ग: विवादित किताबों को बेचे जाने के विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सुपेला थाने का घेराव किया. बजरंग दल के नाराज कार्यकर्ताओं का कहना था कि पुलिस की नाक के नीचे विवादित किताबों को बेचा जा रहा है. नाराज बजरंगियों का आरोप था कि जानबूझकर इन किताबों को बेचने से सामाजिक सदभाव तो बिगड़ेगा ही धार्मिक उन्माद भी बढ़ेगा. नाराज बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने समझा बुझाकर वापस भेजा. पुलिस ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया.
सुपेला थाने पर बजरंगियों का बवाल: दरअसल बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को ये सूचना मिली थी कि सुपेला थाने के कोसा नाले पर विवादित किताबों की दुकान लगी है. बजरंग दल ने जानकारी मिलते ही कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर धावा दे दिया. पहले तो दुकानदार से जमकर बहस हुई फिर मौके पर पहुंची पुलिस के सामने बजरंगियों ने जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने जब कोई कार्रवाई नहीं की तो नाराज बजरंगियों ने सुपेला थाने पर प्रदर्शन शुरू कर दिया. थाने पर प्रदर्शन की जानकारी जैसे ही आला अफसरों को मिली, तुरंत मौके पर सीएसपी पहुंचे तब कहीं जाकर मामला शांत हो पाया.
सीएसपी के भरोसे पर खत्म हुआ प्रदर्शन: नाराज बजरंगियों को मनाने में सुपेला थाने के जवानों को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा. बजंरगी अपनी बात मनवाने और कार्रवाई की मांग को लेकर तीन घंटे तक हंगामा मचाते रहे. मौके पर अगर सीएसपी नहीं पहुंचते तो बजरंगी वहां से नहीं हटते. सुपेला थाने का घेराव करने वालों में दुर्गा वाहिनी के सदस्य भी शामिल थे. दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल का आरोप था कि थाना प्रभारी उनकी बात सुनने को तैयार ही नहीं थे, कार्रवाई करनी तो दूर की बात थी. सीएसपी के दिए भरोसे और कार्रवाई के आश्वासन के बाद आखिरकार बजरंगियों ने मौके से अपना प्रदर्शन खत्म किया.