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दुर्ग : अंधविश्वास के फेर में ली साले की जान, सलाखों के पीछे पहुंचे 2 आरोपी

जिले में अंधविश्वास के फेर में एक नाबालिग की जान चली गई. पुलिस ने मामले में 48 घंटे के अंदर दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.

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Published : Jan 2, 2020, 8:32 AM IST

Accused of killing a minor by superstition arrested durg
फांसी की रस्सी से पैसे बनाने के चक्कर में ले ली नाबालिग की जान

दुर्ग : अंडा थाना क्षेत्र के आलबरस गांव में धान के पैरा में नाबालिग की लाश मिलने के मामले में पुलिस ने 48 घंटे के अंदर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी और कोई नहीं बल्कि मृतक के दूर का रिश्तेदार ही निकला, जिसने अंधविश्वास के फेर में पड़कर नाबालिग की गला दबाकर हत्या कर दी थी. पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी ने हत्या का जो कारण बताया वो काफी चौंकाने वाला है.

हत्या के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार.

दरअसल, गांव के पैरा में एक लाश मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. पुलिस ने मृतक की शिनाख्त के लिए आसपास के इलाकों में गुम हुए लोगों की लिस्ट तैयार की. इसी दौरान पुलिस को 26 तारीख को रुद्रनारायण देशमुख के लापता होने संबंधी मामला दर्ज होने की सूचना मिली.

रुद्रकुमार के रूप में हुई शिनाख्त

पुलिस ने रुद्रनारायण के परिजनों से संपर्क किया और उनसे शिनाख्त करवाई, जिसमें परिजनों ने मृतक की शिनाख्त रुद्रकुमार के रूप में की. परिजनों से पूछताछ में पता चला कि रुद्रकुमार अपने दूर के जीजा पंचुराम देशमुख के साथ मेला देखने निकला था और उसके बाद से ही लापता था. परिजनों ने बताया कि रुद्रकुमार के गायब होने के बाद से ही पंचुराम से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है.

आरोपी ने कबूल किया जुर्म

शक के आधार पर पुलिस ने पंचुराम की तलाश शुरू की. इस दौरान पुलिस को उसके धमतरी के नगरी के पास बोराई गांव में होने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की. सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.

चौंकाने वाली वजह आई सामने

पूछताछ में आरोपी ने हत्या के पीछे चौंकाने वाली वजह बताई. आरोपी ने बताया कि, धनराज नेताम से ढाई साल पहले उसकी दोस्ती हुई थी, जिसने उसे फांसी की रस्सी के जरिए रुपए कमाने का झांस दिया था. आरोपी के मुताबिक धनराज ने उससे कहा था कि अगर वो कहीं से फांसी की रस्सी लेकर आ जाए तो वो पूजा-पाठ के जरिए उसे लखपति बना देगा. इसके बाद पंचुराम काफी दिनों तक ऐसी रस्सी तलाशता रहा, जिससे किसी ने फांसी लगाई हो.

अंधविश्वास में ली जान

काफी दिनों तक फांसी की रस्सी का इंतजाम नहीं होने पर पंचुराम ने अपने दूर के साले रुद्रकुमार की हत्या की साजिश रच डाली और उसे मेला दिखाने के बहाने अपने साथ एक सूनसान खेत में ले गया. आरोपी ने खेत में पहले खुद शराब पी और उसके बाद रुद्रकुमार को भी शराब पिलाई, जिसके बाद उसने रस्सी से नाबालिग का गला घोंट दिया. आरोपी ने एक कागज में हत्या की तारीख और मृतक का नाम लिखा और उसे अपनी जेब में रखकर मौके से फरार हो गया.

पुलिस गिरफ्त में दोनों आरोपी

आरोपी ने हत्या करने और फांसी की रस्सी का इंतजाम करने की बात अपने दोस्त धनराज को भी बताई और उसी रात खेत में जाकर नाबालिग के शव को पैरा में रखकर आग लगा दी, लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बच नहीं सका और पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. SSP अजय यादव ने मामले का खुलासा करने वाली टीम को 20 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है.

दुर्ग : अंडा थाना क्षेत्र के आलबरस गांव में धान के पैरा में नाबालिग की लाश मिलने के मामले में पुलिस ने 48 घंटे के अंदर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी और कोई नहीं बल्कि मृतक के दूर का रिश्तेदार ही निकला, जिसने अंधविश्वास के फेर में पड़कर नाबालिग की गला दबाकर हत्या कर दी थी. पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी ने हत्या का जो कारण बताया वो काफी चौंकाने वाला है.

हत्या के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार.

दरअसल, गांव के पैरा में एक लाश मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. पुलिस ने मृतक की शिनाख्त के लिए आसपास के इलाकों में गुम हुए लोगों की लिस्ट तैयार की. इसी दौरान पुलिस को 26 तारीख को रुद्रनारायण देशमुख के लापता होने संबंधी मामला दर्ज होने की सूचना मिली.

रुद्रकुमार के रूप में हुई शिनाख्त

पुलिस ने रुद्रनारायण के परिजनों से संपर्क किया और उनसे शिनाख्त करवाई, जिसमें परिजनों ने मृतक की शिनाख्त रुद्रकुमार के रूप में की. परिजनों से पूछताछ में पता चला कि रुद्रकुमार अपने दूर के जीजा पंचुराम देशमुख के साथ मेला देखने निकला था और उसके बाद से ही लापता था. परिजनों ने बताया कि रुद्रकुमार के गायब होने के बाद से ही पंचुराम से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है.

आरोपी ने कबूल किया जुर्म

शक के आधार पर पुलिस ने पंचुराम की तलाश शुरू की. इस दौरान पुलिस को उसके धमतरी के नगरी के पास बोराई गांव में होने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की. सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.

चौंकाने वाली वजह आई सामने

पूछताछ में आरोपी ने हत्या के पीछे चौंकाने वाली वजह बताई. आरोपी ने बताया कि, धनराज नेताम से ढाई साल पहले उसकी दोस्ती हुई थी, जिसने उसे फांसी की रस्सी के जरिए रुपए कमाने का झांस दिया था. आरोपी के मुताबिक धनराज ने उससे कहा था कि अगर वो कहीं से फांसी की रस्सी लेकर आ जाए तो वो पूजा-पाठ के जरिए उसे लखपति बना देगा. इसके बाद पंचुराम काफी दिनों तक ऐसी रस्सी तलाशता रहा, जिससे किसी ने फांसी लगाई हो.

अंधविश्वास में ली जान

काफी दिनों तक फांसी की रस्सी का इंतजाम नहीं होने पर पंचुराम ने अपने दूर के साले रुद्रकुमार की हत्या की साजिश रच डाली और उसे मेला दिखाने के बहाने अपने साथ एक सूनसान खेत में ले गया. आरोपी ने खेत में पहले खुद शराब पी और उसके बाद रुद्रकुमार को भी शराब पिलाई, जिसके बाद उसने रस्सी से नाबालिग का गला घोंट दिया. आरोपी ने एक कागज में हत्या की तारीख और मृतक का नाम लिखा और उसे अपनी जेब में रखकर मौके से फरार हो गया.

पुलिस गिरफ्त में दोनों आरोपी

आरोपी ने हत्या करने और फांसी की रस्सी का इंतजाम करने की बात अपने दोस्त धनराज को भी बताई और उसी रात खेत में जाकर नाबालिग के शव को पैरा में रखकर आग लगा दी, लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बच नहीं सका और पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. SSP अजय यादव ने मामले का खुलासा करने वाली टीम को 20 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है.

Intro:अंधविश्वास के चलते एक नाबालिग बच्चे की गला घोटकर हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार किया है मृतक रुद्रनारायण देशमुख और मुख्य आरोपी पंचुराम देशमुख दोनों ही दूर के रिश्तेदार है ..पुलिस को दुर्ग के अंडा थाना के आलबरस गाँव में पैरा में जली हालत में एक नाबालिग की लाश मिली थी जिस पर पुलिस ने मर्ग कायम कर गुम इंसान की पतासाजी की ..जहाँ मृतक की शिनाख्त रूद्र नारायण देशमुख के रूप में हुई ..शुरुआत में ही पुलिस को मामला संदिग्ध लगने लगा जिस पर जब जाँच हुयी तो ऐसा सच सामने आया कि आज के दौर में ऐसी घटना सोचना भी आश्चर्य भरा लगता है ..पुलिस ने इस हत्या की गुत्थी 48 घंटे के अन्दर ही सुलझा लिया ..जाँच में जुटी पुलिस की टीम को एसएसपी ने 20 हजार इनाम देने की घोषण की है ...


Body:फांसी की रस्सी से पैसा झड़ने के टोने- टोटके व अन्धविश्वास ने एक नाबालिग की ज़िन्दगी छीन ली... विज्ञानं के इस युग में अन्धविश्वास की जड़ें आज भी गाँव में जीवित है यह सोचना भी अजीब सा लगता है पर दुर्ग जिले के अंडा थाना क्षेत्र में हुए एक घटना ने दिल दहला कर रख दिया है ...दुर्ग जिले के आलबरस में रहने वाले पंचुराम देशमुख को उसके मित्र धनराज नेताम ने फांसी की रस्सी से पूजा पाठ कर पैसा झड़ने की बात बताई जिसको लेकर वह कम समय में इस टोने टोटके से जल्दी पैसा बनाना चाहता था... वह कई दिनों से फांसी की रस्सी की जुगाड़ में लगा हुआ था वही रस्सी का इन्तेजाम नही होने पर उसने अपने दूर के नाबालिग साले रूद्र नारायण देशमुख की हत्या करने को योजना बना डाली.. 23 दिसम्बर की सुबह अपने परिचित के साथ मेला देखने जाने वाले नाबालिग को यह भी नही पता था कि आज अन्धविश्वास उससे उसकी ज़िन्दगी छिनने वाला है ...आरोपी पंचुराम देशमुख नाबालिग को मेला दिखाने की बात कहकर अपने साथ लेकर गया जहाँ उसने आलबरस और निकुम मार्ग के बीच सुनसान खेत में जाकर शराब पी और 15 वर्षीय मृतक को भी शराब पिलाई ...जिसके बाद आरोपी ने अपने पास रखे रस्सी से मृतक का गला घोटकर मौत की घाट उतार दिया .. हत्या के बाद आरोपी ने एक कागज में मौत का तारीख व समय ,मृतक उसका नाम लिखकर अपने जेब में रखा व वहा से फरार हो गया इस घटना की जानकारी उसने धनराज नेताम को दी ..आरोपी ने धनराज से कहा कि फांसी वाला रस्सी का जुगाड़ हो गया है आरोपी ने देर रात 2 बजे घटनास्थल पर जाकर शव को पैरा से जलाकर फरार हो गया ... पुलिस ने भी मामले में अज्ञात मृतक के नाम से मर्ग कायम किया था जिस पर गम इंसान की पतासाजी करने पर आसपास के इलाके में जानकारी हुयी की बालोद जिले के अर्जुन्दा थाने में 26 तारीख को गम इंसान रुद्रनारायण देशमुख के नाम पर मामला पंजीबद्ध है ..पुलिस ने शव से मिले कुछ साक्ष्य परिवार वालो को दिखाए जिस पर मृतक की पहचान की गयी ...वही मृतक के परिजन भी पंचुराम से संपर्क साध रहे थे पर कोई संपर्क नही हो पा रहा था .. रूद्र नारायण का शव मिलने के बाद से ही आरोपी पंचुराम देशमुख गायब था जिससे पुलिस के शक की सुई गहराने लगी घटना की जाँच जब पुलिस ने की तो पता चला की मृतक और पंचुराम साथ साथ उठते बैठते थे... पुलिस ने पूछताछ के लिए पंचुराम का पता लगाया तो पुलिस को धमतरी के नगरी के पास बोराई गाँव में उसके होने की सुचना मिली जिस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो आरोपी ने सच उगल दिया ..

Conclusion:पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की गई आरोपी ने पुलिस को बताया कि धनराज नेताम से ढाई साल पहले उसकी दोस्ती हुई थी जब धनराज गाँव में बंदर भागने के आया हुआ था...धनराज ने ही उसे फांसी की रस्सी से पैसा निकालने का तरीका बताया था और कहा कि यदि तुम फांसी लगा हुआ रस्सी लाकर मुझे दो तो उसका पूजा पाठ से बहुत सारे पैसे झडा सकता हूँ और तुमको लखपति बन दूंगा वही यदि तुम मुझे फांसी लगा रस्सी लाकर दोगे तो 1 लाख रूपये दूंगा जिसके झांसे में आकर आरोपी ने पूरी घटना को अंजाम देने स्वीकार किया है ...विज्ञान ने एक तरफ देश दुनिया और जानकारी से लोगो जोड़ रखा है ऐसे में इस तरह की घटना होना भी यह बताती है कि अन्धविश्वास और अशिक्षा की जड़े आज भी ग्रामीण क्षेत्रो में अपना पैर पसारे हुए है जहाँ कही अंश्विश्वास के नाम पर बच्चो की बलि या महिलाओ की प्रताड़ना आज भी जारी है जिसे खत्म करने की जरुरत समाज को है ..बहरहाल पुलिस ने आरोपियों के पास से मृतक की साईकिल की चाबी,फांसी की रस्सी और नोट किया हुआ कागज जप्त कर लिया है.. इस मामले में दोनों आरोपी के खिलाफ हत्या के षडयत्र व सबूत छुपाने का मामला पंजीबद्ध कर आरोपियों को जेल भेजा दिया गया वही एसएसपी अजय यादव ने इस मामले का खुलासा करने वाले टीम को 20 हजार इनाम देने की घोषण की है ..

बाईट :- अजय यादव,एसएसपी,दुर्ग

कोमेन्द्र सोनकर, दुर्ग
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