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60 तक पहुंच गया था ऑक्सीजन लेवल, 62 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने कोरोना को हराया - दुर्ग न्यूज

दुर्ग जिले की धमधा की रहने वाली 62 वर्षीय तीजन बाई तिरंगे ने कोरोना से जंग जीत ली है. उनका सीटी स्कोर 25 में 25 आ गया था. ऑक्सीजन लेवल भी 60 तक पहुंच गया था, लेकिन डॉक्टर्स के मार्गदर्शन और हौसले से बुजुर्ग महिला ने कोरोना को हरा दिया है.

elderly woman won battle against Corona virus
बुजुर्ग महिला ने कोरोना को हराया
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Published : May 5, 2021, 9:16 PM IST

दुर्ग: धमधा की रहने वाली 62 वर्षीय तीजन बाई तिरंगे ने कोरोना को मात दे दी है. बुजुर्ग महिला के रिकवरी की कहानी अद्भुत है. उनका सीटी स्कोर 25 में 25 आ गया था. ऑक्सीजन लेवल भी 60 तक पहुंच गया था. लेकिन डॉक्टर्स के परामर्श और हौसला अफजाही से उन्होंने 12 दिन में ही कोरोना से जंग जीत ली.

प्राइवेट अस्पतालों ने नकारा, धमधा कोविड केयर सेंटर में मिली जगह

कोरोना से संक्रमित होने के बाद तीजन बाई को प्राइवेट हॉस्पिटल में जगह नहीं मिली. उन्हें धमधा कोविड केअर सेंटर लेकर आया गया. धमधा कोविड केयर सेंटर के डॉक्टर्स ने शंकराचार्य हॉस्पिटल में रेफर करने का निर्णय लिया. पेशेंट और घर वाले फिर बाहर नहीं जाना चाहते थे. काफी विरोध के चलते उन्हें ले जाना संभव नहीं हो पाया, क्योंकि इस बात की आशंका थी कि वहां भी मरीज के इलाज के लिए डॉक्टर्स राजी हो या ना हो. ऐसे में उन्हें धमधा कोविड केयर सेंटर में ही रखने का फैसला लिया. उसके बाद डॉक्टर्स का परामर्श और इलाज शुरू हुआ.

डॉक्टरों की मेहनत और हौसला अफजाही से जीती जंग

बीएमओ डॉ. डीपी ठाकुर, डॉ. शशिप्रभा मैत्री और डॉ. जयश्री नागरे ने कोविड प्रोटोकाल के मुताबिक मेडिसीन प्लान की और इलाज शुरू किया. वे हायर सेंटर के संपर्क में भी रहे और उनके लाइन आफ ट्रीटमेंट के अनुभव का लाभ भी लिया. इसके बाद चमत्कार हुआ. 12 दिन कोविड केयर सेंटर में रहने के बाद तीजन बाई पूरी तरह से रिकवर हो गई हैं. अब इनका ऑक्सीजन लेवल 97 है. इस संबंध में जानकारी देते हुए एसडीएम बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि कोविड केयर सेंटर के चिकित्सकों और स्टाफ ने काफी मेहनत की. उनका पूरा ध्यान रखा. उन्हें मेडिसीन दी, रेमडेसिविर दिया और हौसला बढ़ाते रहे. पूरे समय ऑक्सीजन लेवल की मॉनिटरिंग होती रहे. यह बहुत खुशी की बात है कि धमधा के कोविड केयर सेंटर में भी यह कमाल हो सका.

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बीपी की थी समस्या, फिर भी चुनौती को सफलतापूर्वक हल किया

एसडीएम बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि धमधा के चिकित्सकों की सफलता इस मायने में भी अहम है, क्योंकि तीजन बाई तिरंगे कोमार्बिड हैं. उन्हें बीपी की समस्या है. इस प्रकार बीपी पेशेंट के गिरते हुए ऑक्सीजन लेवल को मैनेज करने की चुनौती को सफलतापूर्वक हल किया. फिलहाल तीजन बाई बहुत खुश हैं. उन्होंने कहा कि मेरा बहुत अच्छे से ध्यान कोविड केयर सेंटर में रखा गया. समय पर खाना और दवाइयां दी गई. इनके परिजन भी काफी खुश हैं. उनके बेटे ने बताया कि मां की तबीयत बहुत खराब थी. उनकी मां डॉक्टरों के मार्गदर्शन में बिल्कुल ठीक हो गई.

टीका का भी दिखा असर

उल्लेखनीय है कि तीजन बाई ने एक टीका लगवा लिया है. इसका भी रिकवरी में असर हुआ. एसडीएम बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि कोविड संकट को देखते हुए धमधा ब्लॉक में तेजी से कोविड केयर सेंटर का ढांचा खड़ा किया गया. धमधा, अहिवारा और कुम्हारी में यह सेंटर बनाए गए. एंटीजन टेस्ट में निगेटिव लेकिन सांस की तकलीफ वाले मरीजों का भी ध्यान रखा गया. इसके लिए आइसोलेशन ऑक्सीजन बेड्स भी रखे गए हैं.

दुर्ग: धमधा की रहने वाली 62 वर्षीय तीजन बाई तिरंगे ने कोरोना को मात दे दी है. बुजुर्ग महिला के रिकवरी की कहानी अद्भुत है. उनका सीटी स्कोर 25 में 25 आ गया था. ऑक्सीजन लेवल भी 60 तक पहुंच गया था. लेकिन डॉक्टर्स के परामर्श और हौसला अफजाही से उन्होंने 12 दिन में ही कोरोना से जंग जीत ली.

प्राइवेट अस्पतालों ने नकारा, धमधा कोविड केयर सेंटर में मिली जगह

कोरोना से संक्रमित होने के बाद तीजन बाई को प्राइवेट हॉस्पिटल में जगह नहीं मिली. उन्हें धमधा कोविड केअर सेंटर लेकर आया गया. धमधा कोविड केयर सेंटर के डॉक्टर्स ने शंकराचार्य हॉस्पिटल में रेफर करने का निर्णय लिया. पेशेंट और घर वाले फिर बाहर नहीं जाना चाहते थे. काफी विरोध के चलते उन्हें ले जाना संभव नहीं हो पाया, क्योंकि इस बात की आशंका थी कि वहां भी मरीज के इलाज के लिए डॉक्टर्स राजी हो या ना हो. ऐसे में उन्हें धमधा कोविड केयर सेंटर में ही रखने का फैसला लिया. उसके बाद डॉक्टर्स का परामर्श और इलाज शुरू हुआ.

डॉक्टरों की मेहनत और हौसला अफजाही से जीती जंग

बीएमओ डॉ. डीपी ठाकुर, डॉ. शशिप्रभा मैत्री और डॉ. जयश्री नागरे ने कोविड प्रोटोकाल के मुताबिक मेडिसीन प्लान की और इलाज शुरू किया. वे हायर सेंटर के संपर्क में भी रहे और उनके लाइन आफ ट्रीटमेंट के अनुभव का लाभ भी लिया. इसके बाद चमत्कार हुआ. 12 दिन कोविड केयर सेंटर में रहने के बाद तीजन बाई पूरी तरह से रिकवर हो गई हैं. अब इनका ऑक्सीजन लेवल 97 है. इस संबंध में जानकारी देते हुए एसडीएम बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि कोविड केयर सेंटर के चिकित्सकों और स्टाफ ने काफी मेहनत की. उनका पूरा ध्यान रखा. उन्हें मेडिसीन दी, रेमडेसिविर दिया और हौसला बढ़ाते रहे. पूरे समय ऑक्सीजन लेवल की मॉनिटरिंग होती रहे. यह बहुत खुशी की बात है कि धमधा के कोविड केयर सेंटर में भी यह कमाल हो सका.

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बीपी की थी समस्या, फिर भी चुनौती को सफलतापूर्वक हल किया

एसडीएम बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि धमधा के चिकित्सकों की सफलता इस मायने में भी अहम है, क्योंकि तीजन बाई तिरंगे कोमार्बिड हैं. उन्हें बीपी की समस्या है. इस प्रकार बीपी पेशेंट के गिरते हुए ऑक्सीजन लेवल को मैनेज करने की चुनौती को सफलतापूर्वक हल किया. फिलहाल तीजन बाई बहुत खुश हैं. उन्होंने कहा कि मेरा बहुत अच्छे से ध्यान कोविड केयर सेंटर में रखा गया. समय पर खाना और दवाइयां दी गई. इनके परिजन भी काफी खुश हैं. उनके बेटे ने बताया कि मां की तबीयत बहुत खराब थी. उनकी मां डॉक्टरों के मार्गदर्शन में बिल्कुल ठीक हो गई.

टीका का भी दिखा असर

उल्लेखनीय है कि तीजन बाई ने एक टीका लगवा लिया है. इसका भी रिकवरी में असर हुआ. एसडीएम बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि कोविड संकट को देखते हुए धमधा ब्लॉक में तेजी से कोविड केयर सेंटर का ढांचा खड़ा किया गया. धमधा, अहिवारा और कुम्हारी में यह सेंटर बनाए गए. एंटीजन टेस्ट में निगेटिव लेकिन सांस की तकलीफ वाले मरीजों का भी ध्यान रखा गया. इसके लिए आइसोलेशन ऑक्सीजन बेड्स भी रखे गए हैं.

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