ETV Bharat / state

धमतरी में पत्थर खदान खोले जाने के विरोध में ग्रामीणों ने सांसद चुन्नीलाल साहू को सौंपा ज्ञापन - सांसद चुन्नीलाल साहू

धमतरी के मौरीकला गांव में पत्थर खदान (Stone quarry) खोले जाने का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि खदान खोले जाने से यहां रहने वाले हजारों ग्रामीणों को काफी दिक्कतें आएंगी. इसके साथ ही प्राकृतिक संपदा (Natural wealth) को भी भारी नुकसान पहुंचेगा.

Villagers complained to MP
सांसद से की शिकायत
author img

By

Published : Jun 24, 2021, 10:04 PM IST

धमतरीः जिले के कुरूद क्षेत्र के ग्रामीण मौरीकला में पत्थर खदान खोले जाने का विरोध (Protest) कर रहे हैं. ग्राम विकास समिति से सहमति और ग्राम सभा में अनुमोदन किए बगैर पंचायत ने खदान के लिए एनओसी जारी कर दिया है. जिससे ग्रामीणों में काफी नाराजगी है. बुधवार को ग्रामीणों ने सांसद चुन्नीलाल साहू से मुलाकात कर आवेदन दिया है. ग्रामीणों ने एनओसी निरस्त कराने की मांग की है.

पत्थर खदान खोले जाने का विरोध

सांसद को ज्ञापन देकर जताया विरोध

ग्राम विकास समिति के सदस्यों ने महासमुंद लोकसभा सांसद चुन्नीलाल साहू (MP Chunilal Sahu) से मिलकर शिकायत की है. सदस्यों ने आवेदन देकर पत्थर खदान खोले जाने का विरोध किया है. उनका कहना है कि मौरीकला गांव में करीब ढाई हजार की आबादी रहती है. यहां छोटे-छोटे किसान हैं. गांव में करीब 50 वर्षों से पानी की समस्या बनी हुई है. निस्तारी के लिए गांव में चार-पांच तालाब भी हैं, जो गर्मी के दिनों में पूरी तरह से सूख जाता है. बोर में करीब ढाई सौ फीट की गहराई में पानी मिल पाता है. गांव में पानी की समस्या के बाद भी पिछले कार्यकाल में पत्थर खदान खोलने के लिए पंचायत ने एनओसी दे दिया था. जिसका सभी ग्राम वासियों ने विरोध किया था. विरोध के बाद एनओसी को निरस्त कर दिया गया था.

ग्रामीणों को विश्वास में लेकर नहाड़ी गांव में स्थापित करेंगे पुलिस कैंप: SP अभिषेक पल्लव

एनओसी का ग्रामीण कर रहे विरोध

वर्तमान सरपंच और सरपंच प्रतिनिधि ने पंचों ने फिर से खदान चालू करने के लिए एनओसी दे दिया है. एनओसी (NOC) निरस्त करने के लिए ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. ग्राम वासियों ने आवेदन निरस्त करने के लिए पंचायत में आवेदन दिए हैं, लेकिन सरपंच प्रतिनिधि और पंचों इसे निरस्त करने से साफ इनकार कर दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि जिस जगह पर पत्थर खदान खोला जा रहा है. वह क्षेत्र नर्सरी से लगा हुआ है. जो खदान खोलने से नष्ट हो सकता है. वहीं ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण होने के साथ ही भू-जल स्तर और नीचे गिर जाएगा. जिससे गांव में जल संकट बढ़ सकती है.

सांसद ने दिए जांच के निर्देश

महासमुंद लोकसभा सांसद चुन्नीलाल साहू (MP Chunilal Sahu) ने बताया कि मौरीकला में पत्थर खदान खोले जाने का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने उनसे मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है. सांसद ने बताया कि ग्रामीणों के शिकायत की जांच करने के लिए माइनिंग अधिकारी को निर्देश दिया गया है. ग्रामीण पंचायत से जारी एनओसी को निरस्त करने के मांग पर अड़े हुए हैं. उन्होंने जांच होने तक ग्रामीणों से शांत रहने की अपील की है.

धमतरीः जिले के कुरूद क्षेत्र के ग्रामीण मौरीकला में पत्थर खदान खोले जाने का विरोध (Protest) कर रहे हैं. ग्राम विकास समिति से सहमति और ग्राम सभा में अनुमोदन किए बगैर पंचायत ने खदान के लिए एनओसी जारी कर दिया है. जिससे ग्रामीणों में काफी नाराजगी है. बुधवार को ग्रामीणों ने सांसद चुन्नीलाल साहू से मुलाकात कर आवेदन दिया है. ग्रामीणों ने एनओसी निरस्त कराने की मांग की है.

पत्थर खदान खोले जाने का विरोध

सांसद को ज्ञापन देकर जताया विरोध

ग्राम विकास समिति के सदस्यों ने महासमुंद लोकसभा सांसद चुन्नीलाल साहू (MP Chunilal Sahu) से मिलकर शिकायत की है. सदस्यों ने आवेदन देकर पत्थर खदान खोले जाने का विरोध किया है. उनका कहना है कि मौरीकला गांव में करीब ढाई हजार की आबादी रहती है. यहां छोटे-छोटे किसान हैं. गांव में करीब 50 वर्षों से पानी की समस्या बनी हुई है. निस्तारी के लिए गांव में चार-पांच तालाब भी हैं, जो गर्मी के दिनों में पूरी तरह से सूख जाता है. बोर में करीब ढाई सौ फीट की गहराई में पानी मिल पाता है. गांव में पानी की समस्या के बाद भी पिछले कार्यकाल में पत्थर खदान खोलने के लिए पंचायत ने एनओसी दे दिया था. जिसका सभी ग्राम वासियों ने विरोध किया था. विरोध के बाद एनओसी को निरस्त कर दिया गया था.

ग्रामीणों को विश्वास में लेकर नहाड़ी गांव में स्थापित करेंगे पुलिस कैंप: SP अभिषेक पल्लव

एनओसी का ग्रामीण कर रहे विरोध

वर्तमान सरपंच और सरपंच प्रतिनिधि ने पंचों ने फिर से खदान चालू करने के लिए एनओसी दे दिया है. एनओसी (NOC) निरस्त करने के लिए ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. ग्राम वासियों ने आवेदन निरस्त करने के लिए पंचायत में आवेदन दिए हैं, लेकिन सरपंच प्रतिनिधि और पंचों इसे निरस्त करने से साफ इनकार कर दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि जिस जगह पर पत्थर खदान खोला जा रहा है. वह क्षेत्र नर्सरी से लगा हुआ है. जो खदान खोलने से नष्ट हो सकता है. वहीं ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण होने के साथ ही भू-जल स्तर और नीचे गिर जाएगा. जिससे गांव में जल संकट बढ़ सकती है.

सांसद ने दिए जांच के निर्देश

महासमुंद लोकसभा सांसद चुन्नीलाल साहू (MP Chunilal Sahu) ने बताया कि मौरीकला में पत्थर खदान खोले जाने का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने उनसे मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है. सांसद ने बताया कि ग्रामीणों के शिकायत की जांच करने के लिए माइनिंग अधिकारी को निर्देश दिया गया है. ग्रामीण पंचायत से जारी एनओसी को निरस्त करने के मांग पर अड़े हुए हैं. उन्होंने जांच होने तक ग्रामीणों से शांत रहने की अपील की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.