धमतरी: इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा का कार्य जोरों पर है. इसी कड़ी में मनरेगा के काम को लेकर धमतरी के ग्रामीणों ने सरपंच और उनके सहयोगियों पर काम में नहीं आने वालों की भी हाजरी डालने का आरोप लगाया है. साथ ही इस संबंध में SDM को ज्ञापन भी सौंपा है.
बता दें कि, दहदहा ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत काम चल रहा है, जिसको लेकर ग्रामीणों का आरोप है कि वर्तमान सरपंच डिलन चंद्राकर ने मनरेगा में नहीं जाने वाले लोगों का भी हाजरी मस्टररोल में चढ़ा दी गई है. ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि, 2019-20 में डिलन चंद्राकर पंच थे और उसकी पत्नी करुणा चंद्राकर सरपंच थीं. उस समय उनकी पत्नी यानी सरपंच करुणा ने बिना काम किए ही अपने पति की 88 दिनों की हजारी डाली थी.
सरपंच और उसकी पत्नी पर आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान में डिलन चंद्राकर सरपंच हैं, तो अब उन्होंने अपनी पत्नी करुणा चंद्राकर की 13 दिनों की हाजरी बिना काम किए ही डाला दी है. जो कि फर्जी है. क्योंकि वह मनरेगा का काम करने जाती ही नहीं हैं. ग्रामीणों का सरपंच पर यह भी आरोप है कि फर्जी हाजरी की शिकायत करने पर वे उनको धमकी देने लगते हैं. साथ ही अपने हिसाब से काम करवाने की बात कहते हैं. ग्रामीणों का सरपंच पर आरोप है कि वे अपने करीबी लोगों का भी फर्जी हाजरी डालते हैं. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत प्रशासन से की है. साथ ही जल्द से जल्द जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है.
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सरपंच डिलन चंद्राकर का कहना है कि काम करने के बाद ही उन्होंने लोगों की हाजरी डाली है. जबकि उन्होंने पत्नी की हाजरी नहीं डालाने की बात कही है. सरपंच ने आगे कहा है कि उन्होंने जिस लड़की की हाजरी डाली है, उसके यहां से पानी की सप्लाई की जाती थी. उन्होंने बताया कि यह हाजरी तकनीकी सहायक के निर्देश पर डाली गई है. वहीं इस मुद्दे पर जनपद पंचायत CEO ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.