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वनकर्मियों पर मारपीट का आरोप, वनवासियों ने प्रशासन से लगाई गुहार - सामान लूट कर ले जाने का आरोप

वनांचल इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों के खिलाफ वन विभाग ने कार्रवाई की है. वनवासियों पर अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए उन्हें घर से निकाल दिया है. ग्रामीणों ने प्रशासन से इसकी शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.

वनवासियों ने प्रशासन से लगाई गुहार
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Published : Nov 5, 2019, 5:35 PM IST

Updated : Nov 5, 2019, 7:14 PM IST

धमतरी: एक तरफ सरकार वनांचल इलाकों में रहने वाले वनवासियों को वन अधिकार पट्टा देने का दावा कर रही है. वहीं दूसरी ओर धमतरी के वनांचल क्षेत्र में अतिक्रमण के नाम पर वनवासियों के साथ वन अमला बदसलूकी कर रहा है. इस कार्रवाई से वनवासियों में खासी नाराजगी है. इस मामले में उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

दहशत के साए में वनवासी

दरअसल मामला नगरी इलाके के ग्राम पंचायत आमदी के आश्रित ग्राम गप्पागुडरा का है. यहां करीब 50 वनवासी परिवारों ने वन विभाग के डिप्टी रेंजर पर महिलाओं के साथ मारपीट किए जाने और सामान लूट कर ले जाने का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि, इलाके के रहने वाले वनवासी परिवार बीते 15 वर्षों से वन भूमि पर काबिज होकर खेती किसानी और झोपड़ी बनाकर रह रहे थे. वन विभाग ने 15 अक्टूबर को गांव पहुंचकर ऐसे परिवारों को बलपूर्वक खदेड़ दिया.

दहशत के साए में वनवासी
ग्रामीणों ने बताया कि, अतिक्रमण को हटाने के लिए डिप्टी रेंजर के आदेश पर कुछ लोगों ने उनसे मारपीट शुरू की. यहां तक कि, महिलाओं के कपड़े भी फाड़ दिए. वहीं झोपड़ी में रखे सामानों को भी लूट कर ले गए हैं. इस वजह से वनवासी दहशत के साए में दिन गुजार रहे हैं. उनका कहना है कि, पुलिस ने उनकी शिकायत को अनसुना करने के साथ उनसे बदसलूकी की है.

पढे़:सूरजपुर: भालू का शव मिलने से गांव में सनसनी, बम से हत्या की आशंका

वनवासियों ने प्रशासन से लगाई इंसाफ की गुहार
फिलहाल ग्रामीणों ने इंसाफ की उम्मीद में प्रशासन और पुलिस के आला अफसरों से फरियाद की है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं मामले में कार्रवाई नहीं ोहने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है. मामले में पुलिस विभाग जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहा है.

धमतरी: एक तरफ सरकार वनांचल इलाकों में रहने वाले वनवासियों को वन अधिकार पट्टा देने का दावा कर रही है. वहीं दूसरी ओर धमतरी के वनांचल क्षेत्र में अतिक्रमण के नाम पर वनवासियों के साथ वन अमला बदसलूकी कर रहा है. इस कार्रवाई से वनवासियों में खासी नाराजगी है. इस मामले में उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

दहशत के साए में वनवासी

दरअसल मामला नगरी इलाके के ग्राम पंचायत आमदी के आश्रित ग्राम गप्पागुडरा का है. यहां करीब 50 वनवासी परिवारों ने वन विभाग के डिप्टी रेंजर पर महिलाओं के साथ मारपीट किए जाने और सामान लूट कर ले जाने का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि, इलाके के रहने वाले वनवासी परिवार बीते 15 वर्षों से वन भूमि पर काबिज होकर खेती किसानी और झोपड़ी बनाकर रह रहे थे. वन विभाग ने 15 अक्टूबर को गांव पहुंचकर ऐसे परिवारों को बलपूर्वक खदेड़ दिया.

दहशत के साए में वनवासी
ग्रामीणों ने बताया कि, अतिक्रमण को हटाने के लिए डिप्टी रेंजर के आदेश पर कुछ लोगों ने उनसे मारपीट शुरू की. यहां तक कि, महिलाओं के कपड़े भी फाड़ दिए. वहीं झोपड़ी में रखे सामानों को भी लूट कर ले गए हैं. इस वजह से वनवासी दहशत के साए में दिन गुजार रहे हैं. उनका कहना है कि, पुलिस ने उनकी शिकायत को अनसुना करने के साथ उनसे बदसलूकी की है.

पढे़:सूरजपुर: भालू का शव मिलने से गांव में सनसनी, बम से हत्या की आशंका

वनवासियों ने प्रशासन से लगाई इंसाफ की गुहार
फिलहाल ग्रामीणों ने इंसाफ की उम्मीद में प्रशासन और पुलिस के आला अफसरों से फरियाद की है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं मामले में कार्रवाई नहीं ोहने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है. मामले में पुलिस विभाग जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहा है.

Intro:एक तरफ सरकार वनांचल इलाको में रहने वाले वनवासियों को वन अधिकार पट्टा देने का दावा कर रही है तो वहीं दूसरी ओर धमतरी के वनांचल क्षेत्र में अतिक्रमण के नाम पर वनवासियों के साथ वन अमला बदसलूकी कर रही है.इस कार्रवाई से वनवासियों में नाराजगी है और अब दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है.


Body:दरअसल मामला नगरी इलाके के ग्राम पंचायत आमदी के आश्रित ग्राम गप्पागुडरा का है यहां करीब 50 वनवासी परिवारों ने वन विभाग के डिप्टी रेंजर पर महिलाओं के साथ मारपीट किये जाने और सामान लूट कर ले जाने का आरोप लगाया है.वही पीड़ित परिवारों ने प्रशासन से शिकायत कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.

बताया जा रहा है कि नगरी इलाके के गप्पागुडरा गांव के रहने वाले करीब 50 वनवासी परिवार बीते 15 सालों से वन भूमि पर काबिज होकर खेती किसानी और झोपड़ी बनाकर रह रहे थे जिसे वन विभाग ने 15 अक्टूबर ने गांव पहुँचकर वनभूमि पर काबिज परिवारों बलपूर्वक खदेड़ दिया और अतिक्रमण बताकर बेदखल की कार्रवाई की है.

ग्रामीणों ने बताया कि अतिक्रमण को हटाने के लिए डिप्टी रेंजर के आदेश पर कुछ लोगों ने उनसे मारपीट शुरू किया.यहां तक महिलाओं के कपड़े भी फाड़ दिए.इसके अलावा उनके साथ अश्लील गाली गलौज भी किया गया था.वहीं झोपड़ी में रखे सामानों को भी लूट कर भी ले गए है इस वजह से वनवासी दहशत के साए में दिन गुजार रहे है.वनवासियों ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए है.उनका कहना है कि पुलिस ने उनकी शिकायत को अनसुना करने साथ उनसे दुर्व्यवहार किया है.


Conclusion:फिलहाल ग्रामीणों ने इंसाफ की उम्मीद में प्रशासन और पुलिस के आला अफसरों फरियाद लगाया है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.वही कार्रवाई नही होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.इधर पुलिस जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कह रहे है.

बाईट_01 दशमुख बाई, पीड़ित महिला
बाईट_02 सतुराम विश्वकर्मा,स्थानीय वनवासी
बाईट_03 मनीषा ठाकुर रावटे,एएसपी धमतरी

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी
Last Updated : Nov 5, 2019, 7:14 PM IST
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