धमतरी: एक तरफ सरकार वनांचल इलाकों में रहने वाले वनवासियों को वन अधिकार पट्टा देने का दावा कर रही है. वहीं दूसरी ओर धमतरी के वनांचल क्षेत्र में अतिक्रमण के नाम पर वनवासियों के साथ वन अमला बदसलूकी कर रहा है. इस कार्रवाई से वनवासियों में खासी नाराजगी है. इस मामले में उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
दरअसल मामला नगरी इलाके के ग्राम पंचायत आमदी के आश्रित ग्राम गप्पागुडरा का है. यहां करीब 50 वनवासी परिवारों ने वन विभाग के डिप्टी रेंजर पर महिलाओं के साथ मारपीट किए जाने और सामान लूट कर ले जाने का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि, इलाके के रहने वाले वनवासी परिवार बीते 15 वर्षों से वन भूमि पर काबिज होकर खेती किसानी और झोपड़ी बनाकर रह रहे थे. वन विभाग ने 15 अक्टूबर को गांव पहुंचकर ऐसे परिवारों को बलपूर्वक खदेड़ दिया.
दहशत के साए में वनवासी
ग्रामीणों ने बताया कि, अतिक्रमण को हटाने के लिए डिप्टी रेंजर के आदेश पर कुछ लोगों ने उनसे मारपीट शुरू की. यहां तक कि, महिलाओं के कपड़े भी फाड़ दिए. वहीं झोपड़ी में रखे सामानों को भी लूट कर ले गए हैं. इस वजह से वनवासी दहशत के साए में दिन गुजार रहे हैं. उनका कहना है कि, पुलिस ने उनकी शिकायत को अनसुना करने के साथ उनसे बदसलूकी की है.
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वनवासियों ने प्रशासन से लगाई इंसाफ की गुहार
फिलहाल ग्रामीणों ने इंसाफ की उम्मीद में प्रशासन और पुलिस के आला अफसरों से फरियाद की है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं मामले में कार्रवाई नहीं ोहने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है. मामले में पुलिस विभाग जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहा है.