धमतरी: जिले के बरपदर गांव के लोग आज भी विकास की बाट जोह रहे हैं. सरकारों के विकास के दावे इस गांव के हालात के सामने झूठे नजर आते हैं. गांव में मूलभूत सुविधाएं तक नहीं हैं. गांव के लोग कई सालों से सरकार से पक्की सड़क की मांग कर रहे हैं, लेकिन मांग पूरी नहीं हुई. ऐसे में यहां के ग्रामीण खुद ही सड़क बनाने की जद्दोजहद में लगे हैं.
दरअसल बरपदर गांव में 21 परिवार रहते हैं. ये गांव धमतरी जिले के अंतिम छोर के वनांचल क्षेत्र में है. पंचायत मुख्यालय भी करीब 5 किलोमीटर दूर है. पथरीली और बेहद संकरी पगडंडी है. ग्रामीण इसी संकरी पगडंडी पर सड़क की मांग कर रहे थे. मांग पूरी नहीं हुई, जिसके बाद ग्रामीणों ने खुद ही अपने आवागमन के लिए सड़क बनाने की ठानी है. अब ग्रामीण पगडंडी पर सड़क बना रहे हैं.
बरसात का हाल
बारिश के दिनों में इस रास्ते पर चल पाना लगभग नामुमकिन हो जाता है. बरसात के दिनों में ज्यादातर ग्रामीण सोंढूर डैम से नाव के जरिए सफर करते हैं, जहां हर समय हादसे का खतरा बना रहता है. ऐसे में ग्रामीण बरसात से पहले रास्ते को ठीक कर रहे हैं.
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परेशानी का अंबार
ग्रामीणों की मानें तो गांव में न बिजली है और न ही पर्याप्त मात्रा में पानी है. इसके अलावा न ही स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ वहां के ग्रामीणों को मिल रहा है. पुलिया और सड़क का इंतजार करते कई साल निकल चुके हैं, लेकिन कोई मदद अब तक नहीं मिल सकी है.