ETV Bharat / spiritual

Kanya Pujan : महाअष्टमी व नवमी 11 अक्टूबर को, जानें कन्या पूजन का शुभ-मुहूर्त

इस साल अष्टमी तिथि को लेकर कन्फ्यूजन है. जानें कब महाअष्टमी है.

Maha Astami
महाअष्टमी (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 10, 2024, 5:41 AM IST

हैदराबादः शारदीय नवरात्रि में कन्या पूजन का खास महत्व है. महाष्टमी को महा दुर्गाष्टमी भी कहा जाता है. दुर्गा पूजा में महाष्टमी का विशेष महत्व है. महास्नान व षोडशोपचार पूजन के साथ महाष्टमी प्रारंभ होता है. इस साल महाअष्टमी तिथि को लेकर संशय था. यानि अष्टमी व कन्या पूजन कब होगा.

Maha Astami
कन्या पूजन (ETV Bharat)

द्रिक पंचांग के अनुसार अष्टमी 10 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट से प्रारंभ है. 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 06 को अष्टमी का समापन होगा. दूसरी ओर नवमीं तिथि 11 अक्टूबर को दोपहर दोपहर 12.6 बजे से शुरू होकर 12 अक्टूबर को सुबह 10.58 बजे तक है. 10 अक्टूबर को अष्टमी व्रत रखना शास्त्र सम्मत नहीं है. धर्म ग्रंथों के अनुसार सप्तमी युक्त अष्टमी पर व्रत निषेध है. अष्टमी तिथि 11 अक्टूबर को दोपहर तक है. उसके बाद नवमी शुरू हो जायेगा. इस कारण इस साल अष्टमी के दिन ही नवमीं पड़ रहा है.

लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र के अनुसार 2-10 साल की कन्याओं को कुमारी/कन्या पूजन के लिए उपयुक्त माना जाता है. एक साल की बच्ची का कन्या पूजन करने से बचना चाहिए. इस दौरान लोग अपनी क्षमता और आस्था के आधार पर कन्या पूजन और सम्मान करते हैं. कन्या पूजन के दौरान देवी के नौ रूपों के रूप में देखा जाता है. कुमारिका, त्रिमूर्ति, कल्याणी, रोहिणी, काली, चंडिका, शाम्भवी, दुर्गा, भद्रा या शुभद्रा. महाअष्टमी के अवसर

महाअष्टमी तिथि

महाअष्टमी तिथि प्रारंभ-10 अक्टूबर 2024 दोपहर 12 बजकर 31 बजे से

महाअष्टमी तिथि समाप्ति-11 अक्टूबर 2024 दोपहर 12 बजकर 06 बजे तक

महाअष्टमी पर कन्या पूजन मुहूर्त- 11 अक्टूबर 2024

  1. ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 4:16 बजे से 5:5 बजे तक
  2. प्रातः सन्ध्या- सुबह 4:41 मिनट से 5:54 बजे तक
  3. अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:21 बजे से दोपहर 12:8 बजे तक
  4. विजय मुहूर्त-दोपहर 1: 41 बजे से 2: 28 बजे तक
  5. गोधूलि मुहूर्त- संध्या 5:34 बजे से 5:59 बजे तक
  6. सायाह्न सन्ध्या- संध्या 5:34 मिनट से 6:48 बजे तक

ये भी पढ़ें

महाअष्टमी कब, 10 या 11 अक्टूबर को, जानें शुभ-मुहूर्त - Ashtami Kanya Pujan Time

हैदराबादः शारदीय नवरात्रि में कन्या पूजन का खास महत्व है. महाष्टमी को महा दुर्गाष्टमी भी कहा जाता है. दुर्गा पूजा में महाष्टमी का विशेष महत्व है. महास्नान व षोडशोपचार पूजन के साथ महाष्टमी प्रारंभ होता है. इस साल महाअष्टमी तिथि को लेकर संशय था. यानि अष्टमी व कन्या पूजन कब होगा.

Maha Astami
कन्या पूजन (ETV Bharat)

द्रिक पंचांग के अनुसार अष्टमी 10 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट से प्रारंभ है. 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 06 को अष्टमी का समापन होगा. दूसरी ओर नवमीं तिथि 11 अक्टूबर को दोपहर दोपहर 12.6 बजे से शुरू होकर 12 अक्टूबर को सुबह 10.58 बजे तक है. 10 अक्टूबर को अष्टमी व्रत रखना शास्त्र सम्मत नहीं है. धर्म ग्रंथों के अनुसार सप्तमी युक्त अष्टमी पर व्रत निषेध है. अष्टमी तिथि 11 अक्टूबर को दोपहर तक है. उसके बाद नवमी शुरू हो जायेगा. इस कारण इस साल अष्टमी के दिन ही नवमीं पड़ रहा है.

लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र के अनुसार 2-10 साल की कन्याओं को कुमारी/कन्या पूजन के लिए उपयुक्त माना जाता है. एक साल की बच्ची का कन्या पूजन करने से बचना चाहिए. इस दौरान लोग अपनी क्षमता और आस्था के आधार पर कन्या पूजन और सम्मान करते हैं. कन्या पूजन के दौरान देवी के नौ रूपों के रूप में देखा जाता है. कुमारिका, त्रिमूर्ति, कल्याणी, रोहिणी, काली, चंडिका, शाम्भवी, दुर्गा, भद्रा या शुभद्रा. महाअष्टमी के अवसर

महाअष्टमी तिथि

महाअष्टमी तिथि प्रारंभ-10 अक्टूबर 2024 दोपहर 12 बजकर 31 बजे से

महाअष्टमी तिथि समाप्ति-11 अक्टूबर 2024 दोपहर 12 बजकर 06 बजे तक

महाअष्टमी पर कन्या पूजन मुहूर्त- 11 अक्टूबर 2024

  1. ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 4:16 बजे से 5:5 बजे तक
  2. प्रातः सन्ध्या- सुबह 4:41 मिनट से 5:54 बजे तक
  3. अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:21 बजे से दोपहर 12:8 बजे तक
  4. विजय मुहूर्त-दोपहर 1: 41 बजे से 2: 28 बजे तक
  5. गोधूलि मुहूर्त- संध्या 5:34 बजे से 5:59 बजे तक
  6. सायाह्न सन्ध्या- संध्या 5:34 मिनट से 6:48 बजे तक

ये भी पढ़ें

महाअष्टमी कब, 10 या 11 अक्टूबर को, जानें शुभ-मुहूर्त - Ashtami Kanya Pujan Time

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.