धमतरी: विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले दो नेताओं और उनके समर्थकों की घर वापसी हो गई है. दोनों नेताओं की घर वापसी से पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं में खुशी का माहोल है. कार्यकर्ताओं ने इससे पार्टी को आने वाले दिनों में फायदा मिलने की बात कही है.
बता दें, साल 2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता नीलम चंद्राकर ने पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर बागावत कर कुरुद विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. इसी तरह धमतरी विधानसभा से आनंद पवार ने भी पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ा था. इन नेताओं के बगावत से कांग्रेस को दोनों ही विधानसभा सीट पर चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. इससे नाराज, पार्टी से बगावत करने पर दोनों नेताओं को जिला कांग्रेस कमेटी ने 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया था. जिसके बाद दोनों ने पार्टी भी छोड़ दी थी.
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समर्थकों में खुशी
अब डेढ़ साल बाद पार्टी ने नीलम चंद्राकर और आनंद पावर को वापस पार्टी में शामिल कर लिया है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष की मानें तो दोनों नेताओं की वापसी से पार्टी को मजबूती मिलेगी. वहीं कांग्रेस नेता नीलम चंन्द्राकर ने घर वापसी को लेकर खुशी जाहिर की है. बहरहाल इन दोनों नेताओं के समर्थकों में खुशी का माहौल है तो वहीं आने वाले दिनों में कांग्रेस फिर से मजबूती से उभर कर सामने आएगी.
बता दें, बीते दिनों जनता कांग्रेस जोगी के खास नेता ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने JCC(J) का साथ छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया था. इसके बाद से कहीं न कहीं कांग्रेस के पुराने और बागी नेताओं की घर वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है. हालांकि ज्ञानेंद्र उपाध्याय की वापसी से पार्टी में खलबली का माहौल है, लेकिन पार्टी ने उन्हें फिर स्वीकार कर लिया है.