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आंखों से हटते नहीं हैं गंगरेल बांध के ये खूबसूरत नजारें, जिसे कैमरे में कैद करते हैं सैलानी

गंगरेल बांध में आने वाले सैलानियों के लिए और भी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.

गंगरेल बांध के ये खूबसूरत नजारें
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Published : Aug 16, 2019, 3:19 PM IST

धमतरी: गंगरेल बांध में आने वाले सैलानियों को सुविधाएं देने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. बांध के करीब सुविधायुक्त गार्डन और अन्य सुविधाएं सैलानियों के लिए बनाई जा रही है. आने वाले दिनों में चौपाटी सहित पुलिस सहायता केंद्र से लेकर व्यू प्वॉइंट भी बनाया जाएगा. जहां सैलानियों के लिए खड़े होकर नजारा देखने की सुविधा मिलेगी.

गंगरेल बांध के ये खूबसूरत नजारें, जिसे कैमरे में कैद करते हैं सैलानी

बता दें कि पिछले कुछ सालों से गंगरेल बांध प्रदेश के बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में उभर रहा है. यहां अन्य प्रदेशों के भी पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं. इसे देखते हुए यहां पर्यटन मंडल के साथ ही जल संसाधन, वन विभाग और जिला प्रशासन अपने-अपने स्तर पर सुविधाएं विकसित करने के प्रयास में लगे हैं.

पढ़ें :गांधी का 'लोटा' मंदिर में रखते थे जवाहर, उत्तराखंड के अल्मोड़ा में आज भी सुरक्षित है अमानत

और भी मिलेंगी सुविधाएं

पर्यटकों की बढ़ती संख्या के कारण बांध के दोनों छोर पर बने गार्डन कम पड़ने लगे हैं. ऐसे में जल संसाधन विभाग ने यहां पार्किंग स्थल के आगे खाली पड़ी जमीन पर एक और सुविधायुक्त गार्डन विकसित किया है, जहां तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी.

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श्रद्धालुओं के लिए है मां अंगारमोती मंदिर

यहां वाटर स्पोर्टस के अलावा एडवेंचर भी है. श्रद्धालुओं के लिए मां अंगारमोती मंदिर भी है. यहां चारों तरफ फैली हरियाली पर्यटकों को काफी आकर्षित कर रही है.

धमतरी: गंगरेल बांध में आने वाले सैलानियों को सुविधाएं देने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. बांध के करीब सुविधायुक्त गार्डन और अन्य सुविधाएं सैलानियों के लिए बनाई जा रही है. आने वाले दिनों में चौपाटी सहित पुलिस सहायता केंद्र से लेकर व्यू प्वॉइंट भी बनाया जाएगा. जहां सैलानियों के लिए खड़े होकर नजारा देखने की सुविधा मिलेगी.

गंगरेल बांध के ये खूबसूरत नजारें, जिसे कैमरे में कैद करते हैं सैलानी

बता दें कि पिछले कुछ सालों से गंगरेल बांध प्रदेश के बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में उभर रहा है. यहां अन्य प्रदेशों के भी पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं. इसे देखते हुए यहां पर्यटन मंडल के साथ ही जल संसाधन, वन विभाग और जिला प्रशासन अपने-अपने स्तर पर सुविधाएं विकसित करने के प्रयास में लगे हैं.

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और भी मिलेंगी सुविधाएं

पर्यटकों की बढ़ती संख्या के कारण बांध के दोनों छोर पर बने गार्डन कम पड़ने लगे हैं. ऐसे में जल संसाधन विभाग ने यहां पार्किंग स्थल के आगे खाली पड़ी जमीन पर एक और सुविधायुक्त गार्डन विकसित किया है, जहां तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी.

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श्रद्धालुओं के लिए है मां अंगारमोती मंदिर

यहां वाटर स्पोर्टस के अलावा एडवेंचर भी है. श्रद्धालुओं के लिए मां अंगारमोती मंदिर भी है. यहां चारों तरफ फैली हरियाली पर्यटकों को काफी आकर्षित कर रही है.

Intro:गंगरेल बांध में आने वाले सैलानियों के लिए सुविधाएं देने जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है.गंगरेल बांध के करीब सर्वसुविधायुक्त गार्डन के साथ अब अन्य सुविधाएं सैलानियों के लिए शुरू की जाने की तैयारी है.आने वाले दिनों में यहां चौपाटी सहित पुलिस सहायता केंद्र खोला जाएगा.इसी तरह व्यू पॉइंट भी बनाया जा रहा है जहां सैलानियों के लिए खड़े होकर नजारा देखने की सुविधा विकसित की जा रही है.

Body:बता दें कि पिछले कुछ सालों से गंगरेल बांध प्रदेश के बड़े पर्यटन केन्द्र के रूप में उभर रहा है और यहां प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों के भी पर्यटक बड़ी संख्या में आने लगे है.इसे देखते हुए यहां छग पर्यटन मंडल के साथ ही जल संसाधन, वन विभाग और जिला प्रशासन अपने-अपने स्तर पर सुविधाएं विकसित करने के प्रयास में लगे हुए है.पर्यटकों की लगातार बढ़ती संख्या के कारण बांध के दोनों छोर पर बने गार्डन कम पड़ने लगे है ऐसे में जल संसाधन विभाग ने यहां पार्किंग स्थल के आगे खाली पड़ी जमीन पर एक और सुविधायुक्त गार्डन विकसित किया है जहां तमाम सुविधाएं मुहैय्या कराई जाएगी.

यहां वाटर स्पोटर्स के अलावा एडवेंचर भी है.श्रद्धालुओं के लिए मां अंगारमोती मंदिर भी है.यहां चारों तरफ फैली हरियाली पर्यटकों को काफी रोमांचित कर रही है.छत्तीसगढ़ के अलावा अब अन्य प्रदेशों से भी बड़ी तादात में सैलानी यहां के नजारों का लुत्फ उठाने के लिए पहुंच रहे है.पहले यहां पर्यटन की दृष्टि से कुछ भी नहीं था.सैलानी सिर्फ बांध को देखकर लौट जाते थे, लेकिन कुछ सालों में यहां काफी बदलाव आया है.बांध और उसके चारों तरफ की प्राकृतिक नजरों को आंखों में कैद करने के लिए सैलानी भी बड़ी संख्या में हर साल आते है.

 


Conclusion:गंगरेल के आसपास में किसी भी प्रकार का चौपाटी नहीं है और सुरक्षा के कोई इंतेजाम.ऐसे में प्रशासन की यह कोशिश पर्यटन को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित हो सकती है.

बाईट_रजत बंसल,कलेक्टर धमतरी

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी
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