धमतरी: विज्ञान में नवाचार के लिए जिले के कुरुद की शिक्षिका ज्योति मगर को जापान के सकुरा विज्ञान क्लब का सदस्य बनाया गया है. ज्योति इस क्लब में छत्तीसगढ़ की पहली महिला सदस्य है, जिन्होंने अपने विज्ञान कौशल और तकनीकी क्षमता पेश कर यह मुकाम हासिल किया है. ज्योति ने सी.आई.टी.कॉलेज में एम.एड की पढ़ाई की है. महिला दिवस पर ज्योति मगर ने ETV भारत से अपने अनुभव साझा किए.
जिले के कुरुद विकासखंड में व्याख्याता के रूप में पदस्थ ज्योति मगर ने शिक्षा देते-देते छोटे बच्चों के साथ विज्ञान और उनके अविष्कारों के बारे जानना शुरू किया. इसके बाद बच्चों के साथ विज्ञान के विषयों पर नवाचार किया और छोटे-छोटे अविष्कारों ने उन्हें जापान पहुंचा दिया.
वेस्ट मटेरियल से बनी काम की चीजें
ज्योति ने बताया कि स्कूल में वेस्ट चीजों के उपयोग के बारे में बताया. ग्लूकोज के खाली वेस्ट बॉटल से पेड़ों को कैसे लम्बे समय के लिए पानी देना और खरपतवार पौधे को गौ मूत्र से मिलाकर लिक्यूड बना कर या खाद बना कर पेड़ो को दे सकते हैं, ये ड्रीपिंग सिस्टम है. वे कहती है कि विज्ञान एक तरह से जीवन की सुविधा है जिसे किसी न किसी न रूप में हम पाते है लिहाजा इन्ही विषयों पर उन्होंने काम किया.
ज्योति कहती हैं कि हर महिलाओं में एक विशेष गुण होता है, जिसमें वैज्ञानिकों का गुण समाहित होता है बस उसे पहचानने की जरूरत है तभी वे आगे बढ़ सकती है.
6 देशों से बना है सकुरा विज्ञान क्लब
सकुरा विज्ञान क्लब में 6 देशों के संयुक्त संगठनों से मिलकर बना है और इसमें अलग-अलग देशों के सदस्य शामिल होते हैं. यह क्लब छोटे-छोटे बच्चों के और उनके अविष्कारों को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है और इसमें 12 साल बाद छत्तीसगढ़ को प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है.