धमतरी: रेत भंडारण क्षेत्र में मारपीट को दौरान बीच-बचाव करने गए युवा मोर्चा के कार्यकर्ता और उसके पिता पर आपसी रंजिश के चलते कार्रवाई करना का केस सामने आया है. अब इस मामले में जिला पंचायत समिति के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है. इसके लिए बीजेपी ने राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा है. साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
दरअसल, बीते दिनों रेत भंडारण क्षेत्र में मारपीट का मामला सामने आया था. जिसमें बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि अवैध वसूली को लेकर भंडारण क्षेत्र में काम कर रहे चपरासी और उसकी पत्नी के साथ भी मारपीट किया जा रहा था. जिसे बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता धर्मेंद्र साहू औ उनके पिता नरेंद्र साहू बचाने गए थे. बीजेपी का कहना है कि इस मारपीट को बलवा का रूप देकर मारपीट के दौरान बचाने गए धर्मेंद्र साहू औ उनके पिता नरेंद्र साहू के खिलाफ ही कार्रवाई कर दी गई है. बीजेपी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस सत्तापक्ष के दबाव में धर्मेंद्र साहू औ उनके पिता नरेंद्र साहू के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
घटना की भारतीय जनता पार्टी मेघा मंडल ने निंदा करते हुए कहा है कि घटनास्थल पर गश्त करने गई जिला पंचायत समिति के सभी लोगों के खिलाफ अवैध वसूली और मारपीट को लेकर कार्रवाई की जाए. मेघा मंडल ने कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने इसपर संज्ञान लेते हुए कुरुद एसडीएम को जांच की जिम्मेदारी सौंप थी. जिसपर धमतरी कलेक्टर जेपी मौर्य ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि तथाकथित मारपीट अशोक पवार की अनुमति प्राप्त अस्थायी भंडारण क्षेत्र में हुआ है. जो अवैध उत्खनन का न होकर दो पक्षों के बीच मारपीट होना बताया गया है, जिसकी आगे की विवेचना पुलिस कर रही है.
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