धमतरी: जिला प्रशासन की पहल पर महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने अब गोबर से गणेश की मूर्ति तैयार की है. छाती में मौजूद मल्टीयूटीलिटी सेंटर में गोबर से निर्मित गणेश जी की प्रतिमाओं को महिलाओं ने आकर्षक और सुसज्जित रंगों से मूर्त रूप दे दिया है, जो अब बाजार में बिकने के लिए पूरी तरह से तैयार है. गोबर से बनी ये मूर्तियां प्लास्टर और मिट्टी से बनी मूर्तियों को भी पीछे छोड़ रही है.
महिलाओं को मिला रोजगार
महिलाएं बताती हैं कि पहले वे खेती किसानी का काम करती थीं, लेकिन अब प्रशासन की इस पहल से उन्हें रोजगार मिल रहा है. उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उनके जीवन स्तर में भी बदलाव आएगा. जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि महिलाओं को विभिन्न कार्यों के एवज में रोजगार देने की कोशिश की जा रही है.
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धमतरी की महिला स्वयं सहायता समूह की ओर से हाल ही में स्थानीय संसाधन यानी बांस,गोबर,फूल और सब्जियों के बीजों का उपयोग कर 10 हजार राखियां बनाई गई थीं, जिन्हें भरपूर सराहना मिली थी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी महिलाओं के इस कार्यों की जमकर सराहना की थी. इसके बाद महिलाओं का उत्साह दोगुना हुआ और महिलाओं ने स्वप्रेरित होकर गोबर गणेश की मूर्तियां बनाई हैं.राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत न सिर्फ महिलाओं को रोजगार मिल रहा है, बल्कि महिलाएं अब आत्मनिर्भर की ओर भी अग्रसर होती जा रही है. वहीं अपनी आर्थिक स्थिति भी मजबूत कर रही है.