धमतरी: कुरूद के सहकारी समिति सिवनीकला में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. 22 डिसमिल जमीन पर 22 एकड़ की धान खरीदी की गई है. मृतक किसान साहेब कुटी सिवनीकला का रहने वाला था. धान की बिक्री उनकी मौत से पहले की गई है. सीमांकन के बाद इस मामले खुलासा हुआ है.
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धमतरी जिले के सिवनीकला सोसाइटी में किसानों की बैठक रखी गई थी. जिसमें सिवनीकला, बकली, रावणगुड़ा, परसवानी और गोबरा के किसान पहुंचकर सोसाइटी में हुए फर्जीवाड़े के बारे में चर्चा करते हुए आक्रोश जताया. सिवनीकला के किसान टकेश्वर चंद्राकर, सुशील साहू, विक्रम साहू, टेकराम साहू और नीलेश्वर साहू ने सोसाइटी में आवेदन पेश कर सिवनीकला के मननदास के नाम पर बिके धान का ब्योरा मांगा. सीमांकन के दौरान मननदास के नाम पर मात्र 22 डिसमिल जमीन ही होने की बात सामने आई है. लोगों ने जवाब मांगा है कि मननदास के नाम पर 22 एकड़ का धान कैसे खरीदा गया. पड़ताल करने पर फर्जीवाड़ा सोसाइटी से होना पाया गया है. इस फर्जीवाड़े में चपरासी से लेकर सहायक समिति प्रबंधक तक के शामिल होने की बात किसानों ने कही है.
किसानों ने की कार्रवाई की मांग
किसान मननदास के नाम पर 22 डिसमिल जमीन को 22 एकड़ बनाकर धान खरीदी 22 जनवरी को की गई. हमाल संघ ने पंचनामा कर बताया कि 22 जनवरी को 528 कट्टा धान ही नहीं आया है. ऑनलाइन फर्जीवाड़ा करने के बाद भी राशि आहरण पर मननदास के खाते पर न होकर हेमशंकर पटेल और मनोज गंजीर के नाम पर खोले गए खाते में पैसा डाला गया. सहकारी समिति सिवनीकला पंजीयन क्रमांक 172 में मननदास साहेब के नाम पर किसान कोड पर पंजीयन किया गया था. किसानों ने इस फर्जीवाड़ा पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
समिति के सहायक प्रबंधक ओम प्रकाश साहू ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर कहा कि यह फर्जीवाड़ा नहीं है. पटवारी पंजीयन के आधार पर ही खरीदी की गई है. जिस तारीख पर धान आया उसपर खरीदी की गई पूर्व के पंजीयन के आधार पर खरीदी हो रही थी. धान खरीदी की तारिख नजदीक है. ऐसे मे बीते वर्ष की गई धान की खरीदी में फर्जीवाड़े भी सामने आने लगे है.