धमतरी: संजीवनी 108 के कर्मचारियों का भवन जर्जर हो चुका है. भवन की जर्जर हालत हादसे को न्योता दे रही है. बारिश के समय मकान के छत से पानी टपकने लगता है. कर्मचारी डर से साए में रहने को मजबूर हो गए हैं. शासन-प्रशासन से शिकायत के बाद भी अब तक इनकी सुध लेने कोई नहीं आया.
धमतरी के सिविल लाइन जिला अस्पताल के पास संजीवनी 108 कर्मियों का भवन जर्जर स्थिति में है. भवन का सामने के हिस्से को देखते ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि अंदर की स्थिति क्या होगी? छप्पर नुमा भवन से बारिश के दिनों में पानी टपकता है. दीवाल में दरारें उभर आई है. कीड़े-मकोड़े सहित जहरीले जीव-जंतुओं का खतरा हमेशा बना रहता है. ऐसे में आपातकाल के रक्षकों की रक्षा करने की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन नहीं ले रहा है.
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संजीवनी 108 के चालक परमजीत सिंह बताते हैं कि पिछले 2 वर्षों से भवन के लिए उच्च अधिकारियों से मांग की जा रही है. शिकायतों के बदले उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है. किसी भी अधिकारी ने भवन की स्थिति जानने की जहमत नहीं उठाई है. सभी कर्मचारी जान जोखिम में डालकर इस भवन में रहने को मजबूर हैं.
धमतरी जिला कलेक्टर पीएस एल्मा ने कहा कि सिविल लाइन का भवन काफी पुराना है. हमने शासन स्तर पर मांग की है. हाउसिंग बोर्ड या अन्य माध्यम से कर्मचारियों के लिए भवन निर्माण किए जाने की शासन स्तर पर मांग की गई है. इस मांग पर शासन जल्द ही निर्णय लेगी.