धमतरी: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 12 अप्रैल से लॉकडाउन है. कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर भले ही लॉकडाउन का असर न दिखे लेकिन अपराध का ग्राफ इससे गिरा है. अपराध पर लगाम लगाने में लॉकडाउन की भूमिका अहम मानी जा रही है. धमतरी जिले में अपराध और हादसे अचानक थम गए हैं. लॉकडाउन के कारण हादसों में भारी कमी आई है.
SPECIAL: एक बार फिर अपने फैसले पर घिरी छत्तीसगढ़ सरकार
धमतरी जिले के 14 थानों और 3 चौकियों में अप्रैल माह में दर्ज हुए अपराधों के आंकड़े देखने पर अपराध में कमी नजर आ रही है. मारपीट और झगड़े की शिकायत भी कम हो गई है. फिलहाल गंभीर अपराध भी न के बराबर हैं. जबकि सामान्य दिनों में यही आंकड़े कहीं ज्यादा होते हैं. अप्रैल के आंकड़ों पर नजर डालें तो-
- हत्या के 2 मामले
- हत्या के प्रयास का 1 एक मामला
- अपहरण के 2 केस
- नकबजनी के मामले में 2 एफआईआर
- चोरी के 9 केस
- बलवा के 2 केस
- प्रताड़ना के 3 मामले
- छोटे अपराधों में जुआ सट्टा मिला कर कुल 16 केस
- आबकारी अधिनियम के तहत 20 केस
- आईटी एक्ट का 1 मामला दर्ज किया गया है.
डरा रहे हैं कोरोना के आंकड़े
छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के बीच भी कोरोना संक्रमण काबू में नहीं आ रहा है. रायपुर से ज्यादा दुर्ग जिले में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. गुरुवार को दुर्ग में 1496 नए संक्रमित केस आए. जबकि रायपुर में 1414 नए कोरोना पॉजिटिव केस आए. दुर्ग जिले का ये हाल उस समय है जब लगभग लॉकडाउन को महीना भर होने वाला है. हालांकि बुधवार की अपेक्षा गुरुवार को मौतों की संख्या में कुछ कमी आई है. बुधवार को 219 मरीजों की मौत हुई थी. गुरुवार को इसमें कमी आई और 191 मरीजों की मौत हुई.
धमतरी की बात की जाए तो यहां मौत का आंकड़ा अब तेजी से बढ़ रहा है. गुरुवार को 10 कोरोना मरीजों की मौत हुई है. वहीं यहां आए दिन सैकड़ों की संख्या में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हो रही है. गुरुवार को 391 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है. एक्टिव मरीजों की संख्या भी जिले में 4500 से अधिक है.