धमतरी: छत्तीसगढ़ सरकार 1 दिसंबर से किसानों का धान समर्थन मूल्य पर खरीद रही है. धमतरी जिला धान के पैदावार में अग्रणी जिला है. ऐसे में यहां धान की खरीदी भी जोरों से चल रही है. अब तक जिले में खरीदी केद्रों के माध्यम से 10 लाख क्विंटल से ज्यादा की धान खरीदी हो चुकी है. लेकिन उठाव अब तक नहीं हुआ है. इस वजह से कुछ दिनों बाद खरीदी बंद किए जाने की नौबत आ सकती है.
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धमतरी जिले के 89 धान उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से किसानों का धान समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है. धान खरीदी शुरू हुए करीब 15 दिन हो गए हैं. ऐसे में धान का उठाव नहीं होने के कारण खरीदी केन्द्रों में बड़ी मात्रा में धान जमा हो गया है. अगर कुछ दिनो में धान का उठाव नहीं होता है, तो धान खरीदी बंद होने की संभावना है. जिले में 38 हजार 290 किसानों से तकरीबन 10 लाख 82 हजार 461 क्विंटल धान की खरीदी अब तक हो चुकी है.
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लिमिट तक ही रखी जा सकती है धान
धान खरीदी केंद्रों में शासन के आदेशानुसार बफर लिमिट तक ही धान रखना है. इससे अधिक होने पर धान की खरीदी नहीं करने का प्रावधान है. बफर लिमिट से अधिक धान होने पर केंद्रों में जगह का अभाव शुरू हो जाता है. तीन से चार दिनों के भीतर यदि धान का उठाव शुरू नहीं होता है, तो छोटे केंद्रों में जाम की स्थिति निर्मित हो जाएगी. धान खरीदी प्रभावित हो सकती है.
राइस मिलरों से किया जा रहा है अनुबंध
धान उठाव को लेकर अधिकारियों का कहना है कि खरीदी केन्द्रों से धान उठाने के लिए राइस मिलरों से अनुबंध किया जा रहा है. अभी तक 22 राइस मिलों से अनुबंध किया जा चुका है. अन्य मिलरों का भी पंजीयन किया जा रहा है. इसके साथ ही उनसे 100 प्रतिशत उठाव भी किया जाएगा. फिलहाल खरीदी केंद्रों और उपकेंद्रों में धान की आवक तेजी से हो रही है. केंद्रों में धान की छल्लियां बढ़ती ही जा रही है. ऐसे में उठाव न होने से जाम की स्थिति बनने लगी है.