नगर निगम क्षेत्र में तकरीबन 54 वैध कॉलोनियां है, जबकि 16 ऐसी कॉलोनियां हैं, जिनके मालिकों ने अब तक नियमितिकरण के लिए दस्तावेज जमा नहीं कराए हैं. हालांकि निगम प्रशासन ने इनसे दस्तावेज मंगाए गए हैं, अगर दस्तावेज समय पर जमा नहीं कराए जाते हैं तो इन पर बड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है.
धमतरी शहर में 2 साल पहले सिर्फ 10 से 15 कॉलोनी बनी थी, लेकिन अब इनकी संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. मौजूदा वक्त में 60 से अधिक जगहों पर कॉलोनी बनकर तैयार हो चुकी हैं और इनमें से कई कॉलोनियां नियमों को ताक में रखकर बनाई गई हैं, जिसके खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.
अधिकारियों की अनदेखी के चलते पूरे जिला भूमाफिया के चंगुल में है. खासकर शहर के आसपास स्थिति काफी खराब है जहां किसी भी प्रकार की अनुमति के बिना ही अवैध प्लॉटिंग हो रही है और कई स्थानों पर प्लॉटिंग के साथ कंस्ट्रक्शन भी शुरू कर दिया गया है. वहीं शहर में कई कॉलोनियां ऐसी भी हैं, जहां पर लोग सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं.
नगर निगम के आयुक्त ए. के. हालदार का कहना है कि, 'नियमितीकरण के लिए नगर निवेश विभाग में कॉलोनाइजर्स से दस्तावेज जमा कराए गए थे, लेकिन कुछ कमियों के चलते उन्हें फिर से दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा गया है, यदि अवैध कॉलोनियां पाई जाती हैं तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.