धमतरी: जिले के मगरलोड ब्लॉक में यशवंत राव मेघावाले शासकीय महाविद्यालय अपनी अव्यवस्था पर आंसू बहा रहा है. ये कॉलेज मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है. इसके साथ ही कॉलेज में स्थाई शिक्षक नहीं होने पर यहां के छात्र दूसरे कॉलेजों में जाने को मजबूर हैं.
700 से ज्यादा छात्र-छात्राएं कर रहे पढ़ाई
महाविद्यालय की स्थापना 2012 में हुई है. महाविद्यालय के चारों ओर खाली जगह है, जहां पेड़ और घास उग आए हैं. बावजूद इसके आज तक यहां सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जा सकी. यहां लगभग 700 से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. इनमें प्राध्यापक के लिए 10 पद स्वीकृत हैं, जिसमें 4 नियमित और 6 अतिथि व्याख्याता के माध्यम से पढ़ाई हो रही है. वर्तमान में तकरीबन 442 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है. जंगल क्षेत्र के बीच में बने इस महाविद्यालय में किसी भी प्रकार के जंगली जानवरों के आने और दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है.
नहीं हैं बाउंड्रीवाल, पार्किंग जैसी मूलभूत सुविधाएं
कॉलेज की स्थापना के बाद से ही यहां के छात्र बाउंड्रीवाल, पार्किंग, बैठक व्यवस्था के साथ-साथ प्रैक्टिकल में इस्तेमाल होने वाले सामानों के लिए तरस रहे हैं. बहरहाल जहां-जहां मूलभूत सुविधाओं की कमी है. प्रशासन उसे जल्द ही स्वीकृत करने की बात कह रहा है.