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गौरव : रोज 2 से 3 घंटे की कड़ी मेहनत कर धमतरी के ईशान ने योग के काक आसन में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

धमतरी के केंद्रीय विद्यालय की दसवीं कक्षा में अध्ययनरत ईशान गोस्वामी ने 21 जून को दिव्य भारत निर्माण ट्रस्ट के आयोजन और स्वामी महेश योगी के नेतृत्व में काक आसन योग के पिछले 4 मिनट 28 सेकंड के रिकॉर्ड को 7 मिनट 24 सेकंड तक काक आसन कर तोड़ दिया है. इस उपलब्धि से उनके परिजन समेत पूरा धमतरी और छत्तीसगढ़ औरवान्वित है.

Ishaan
ईशान
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Published : Sep 9, 2021, 7:16 PM IST

धमतरी : धमतरी के ईशान गोस्वामी ने 7.24 मिनट तक योग का काक आसन (yoga pose) कर विश्व रिकॉर्ड (world record) बना लिया है. ईशान ने यह सफलता अपनी कड़ी मेहनत और परिवार के सपोर्ट से हासिल की है. उनकी इस सफलता से धमतरी समेत पूरे छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में खुशी की लहर है. ETV BHARAT से खास बातचीत में ईशान ने योग को बड़े स्तर तक ले जाने और इसके असली अर्थ को समझाने का प्रयास किया.

ईशान की उपलब्धि पर गौरव

21 जून को दिव्य भारत निर्माण ट्रस्ट ने किया था आयोजन

धमतरी के केंद्रीय विद्यालय की दसवीं कक्षा में अध्ययनरत ईशान गोस्वामी ने 21 जून को दिव्य भारत निर्माण ट्रस्ट के आयोजन और स्वामी महेश योगी के नेतृत्व में काक आसन योग के पिछले 4 मिनट 28 सेकंड के रिकॉर्ड को 7 मिनट 24 सेकंड तक योग करते हुए तोड़ा. इस आयोजन में योग के कई आसनों को दुनियाभर के लोगों ने प्रदर्शन किया था, लेकिन ईशान के कठिन प्रयास से उन्हें गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में महत्वपूर्ण स्थान मिला. इस विश्वस्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने में ईशान के शिक्षकों की भी बड़ी भूमिका रही.

बेटे की सफलता पर बेहद खुश हैं तल्लीन

ईशान के पिता पेशे से वकील हैं. अपने बेटे की इस उपलब्धि पर तल्लीन पुरी गोस्वामी ने बताया कि ईशान ने अपने दादा से योग सीखना शुरू किया था. करीब 3 साल से वह योग का अभ्यास कर रहा है. तल्लीन ने कहा कि बेटे की इस अहम उपलब्धि से परिवार का मान बढ़ा है. ईशान के नाम विश्व कीर्तिमान होने के बाद माता-पिता खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. ईशान को बधाई देने का लोगों का सिलसिला जारी है.

ईशान की उपलब्धि पर गौरव
दादाजी से मिली थी योग की प्रारंभिक शिक्षा

इधर, ईशान ने बताया कि योग की प्रारंभिक शिक्षा उन्हें उनके दादाजी उग्रसेन गोस्वामी से मिली. परिवार से भी योग के प्रति सहयोग का माहौल मिला. जिसकी वजह से उन्होंने कड़ी मेहनत की. इस दौरान कई बार उन्हें चोटें भी आईं, लेकिन ईशान ने हार नहीं मानी. हालांकि योग का यह आसन उनके लिए आसान नहीं था. इसके लिए रोज करीब 2 से 3 घंटे मेहनत की, तब जाकर सफलता मिली.


बोले ईशान-योग का अर्थ समझें लोग, इससे जुड़ें

ईशान बताते हैं कि वह योग और ध्यान हमेशा से कर रहे हैं. इसके अलावा योग का कठिन आसन पिछले दो-तीन साल से कर रहे हैं. ईशान ने कहा कि योग को वे बड़े स्तर पर ले जाना चाहते हैं. उनका कहना है कि योग सिर्फ बाहरी नहीं, बल्कि आंतरिक भी है. लोग योग का असली अर्थ समझें और इससे जुडे़ं. उनका मानना है कि लोग योग के अर्थ को समझेंगे तभी इससे जुड़ पाएंगे.

धमतरी : धमतरी के ईशान गोस्वामी ने 7.24 मिनट तक योग का काक आसन (yoga pose) कर विश्व रिकॉर्ड (world record) बना लिया है. ईशान ने यह सफलता अपनी कड़ी मेहनत और परिवार के सपोर्ट से हासिल की है. उनकी इस सफलता से धमतरी समेत पूरे छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में खुशी की लहर है. ETV BHARAT से खास बातचीत में ईशान ने योग को बड़े स्तर तक ले जाने और इसके असली अर्थ को समझाने का प्रयास किया.

ईशान की उपलब्धि पर गौरव

21 जून को दिव्य भारत निर्माण ट्रस्ट ने किया था आयोजन

धमतरी के केंद्रीय विद्यालय की दसवीं कक्षा में अध्ययनरत ईशान गोस्वामी ने 21 जून को दिव्य भारत निर्माण ट्रस्ट के आयोजन और स्वामी महेश योगी के नेतृत्व में काक आसन योग के पिछले 4 मिनट 28 सेकंड के रिकॉर्ड को 7 मिनट 24 सेकंड तक योग करते हुए तोड़ा. इस आयोजन में योग के कई आसनों को दुनियाभर के लोगों ने प्रदर्शन किया था, लेकिन ईशान के कठिन प्रयास से उन्हें गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में महत्वपूर्ण स्थान मिला. इस विश्वस्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने में ईशान के शिक्षकों की भी बड़ी भूमिका रही.

बेटे की सफलता पर बेहद खुश हैं तल्लीन

ईशान के पिता पेशे से वकील हैं. अपने बेटे की इस उपलब्धि पर तल्लीन पुरी गोस्वामी ने बताया कि ईशान ने अपने दादा से योग सीखना शुरू किया था. करीब 3 साल से वह योग का अभ्यास कर रहा है. तल्लीन ने कहा कि बेटे की इस अहम उपलब्धि से परिवार का मान बढ़ा है. ईशान के नाम विश्व कीर्तिमान होने के बाद माता-पिता खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. ईशान को बधाई देने का लोगों का सिलसिला जारी है.

ईशान की उपलब्धि पर गौरव
दादाजी से मिली थी योग की प्रारंभिक शिक्षा

इधर, ईशान ने बताया कि योग की प्रारंभिक शिक्षा उन्हें उनके दादाजी उग्रसेन गोस्वामी से मिली. परिवार से भी योग के प्रति सहयोग का माहौल मिला. जिसकी वजह से उन्होंने कड़ी मेहनत की. इस दौरान कई बार उन्हें चोटें भी आईं, लेकिन ईशान ने हार नहीं मानी. हालांकि योग का यह आसन उनके लिए आसान नहीं था. इसके लिए रोज करीब 2 से 3 घंटे मेहनत की, तब जाकर सफलता मिली.


बोले ईशान-योग का अर्थ समझें लोग, इससे जुड़ें

ईशान बताते हैं कि वह योग और ध्यान हमेशा से कर रहे हैं. इसके अलावा योग का कठिन आसन पिछले दो-तीन साल से कर रहे हैं. ईशान ने कहा कि योग को वे बड़े स्तर पर ले जाना चाहते हैं. उनका कहना है कि योग सिर्फ बाहरी नहीं, बल्कि आंतरिक भी है. लोग योग का असली अर्थ समझें और इससे जुडे़ं. उनका मानना है कि लोग योग के अर्थ को समझेंगे तभी इससे जुड़ पाएंगे.

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