धमतरी: कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर से लोग परेशान हैं. अब विशेषज्ञ तीसरी लहर के आने की भी संभावना जता रहे हैं ऐसे में अब कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की चर्चा से लोग सहम गए हैं. हालांकि इसका प्रभाव दक्षिण भारत के आंध्रप्रदेश की ओर ज्यादा बताया जा रहा है. ऐसे हालातों के मद्देनजर धमतरी जिला प्रशासन ने जिले के सीमावर्ती इलाकों को सील करने के आदेश दे दिया गया है. आंध्रप्रदेश से आने वालों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं.
कलेक्टर ने जारी किए आदेश
कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए धमतरी जिले में आंधप्रदेश सहित दक्षिण भारतीय राज्यों से आकर जिले में प्रवेश करने वाले सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने का आदेश कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने दिया है. आदेश में कहा गया है कि आंध्रप्रदेश सहित दक्षिण भारतीय राज्यों में कोरोना वायरस के बहुत ज्यादा संक्रामक और घातक वैरिएंट होने की सूचना मिल रही है. यही वजह है कि अब सभी सीमावर्ती जिलों को सील कर दिया गया है.
रहना होगा आइसोलेट
दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को RTPCR जांच के बाद ही जिले में प्रवेश दिया जाएगा. नए वैरिएंट को ध्यान में रखते हुए जिला कलेक्टर ने जनस्वास्थ्य की सुरक्षा के मद्देनजर आदेश दिया है कि आंध्रप्रदेश या अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों के प्रवास से आने के बाद सभी लोगों को होम क्वॉरेंटाइन रहना जरूरी है. जिसकी अवधि 14 दिन की होगी.
कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर बीजापुर में हाई अलर्ट, RT-PCR रिपोर्ट निगेटिव के बिना एंट्री बैन
72 घंटे की RTPCR रिपोर्ट जरूरी
बताया जा रहा है कि होम क्वॉरेंटाइन में उन्ही लोगों को ही रहने की अनुमति दी जाएगी जिनके यहां अलग शौचालय और बाथरूम की सुविधा हो. नहीं तो ऐसे लोगों को शासकीय क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा. आदेश में कहा गया है कि ऐसे व्यक्तियों को सलाह दी जाती है कि वह प्रदेश में आने के 72 घंटे पहले की RTPCR टेस्ट की रिपोर्ट अपने पास रखें नहीं तो उन्हें जिले में पहुंचने के तत्काल बाद उनकी RTPCR जांच कराई जाएगी. जांच रिपोर्ट मिलने तक उन्हें खुद को आइसोलेट करना होगा.
देनी होगी सूचना
दक्षिण भारत से यात्रा कर आने वाले व्यक्ति को तत्काल अपनी यात्रा की जानकारी नगर निगम, नगर पंचायत, ग्राम पंचायत के कार्यालय में लिखित रूप से देना होगा. कोई भी यात्रा की जानकारी छिपाता है तो उसके कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. बहरहाल कोरोना के तीसरे वैरिएंट के प्रभाव की फिलहाल पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन इसे लेकर सतर्कता को जरूरी माना जा रहा है.