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हाईटेक हुई धमतरी पुलिस, राडार से हो रहा चालान - धमतरी पुलिस हाईटेक

यातायात पुलिस को हाईटेक राडार के साथ स्वाइप मशीन और ई-चालान तकनीक से लैस किया गया है. इसमें शुरुआती दौर में पुलिस के आलाधिकारी खुद मौके पर तैनात रहकर स्पीड राडार से चालान काट रहे हैं.

राडार मशीन से हो रही चालानी कार्रवाई
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Published : Nov 14, 2019, 6:35 PM IST

Updated : Nov 14, 2019, 8:54 PM IST

धमतरी: सड़क हादसों और यातायात अव्यवस्था के लिए पहचान बना चुके धमतरी में अब पुलिस हाईटेक हो रही है. यातायात पुलिस को हाईटेक राडार के साथ स्वाइप मशीन और ई-चालान तकनीक से लैस किया गया है. इसमें शुरुआती दौर में पुलिस के आलाधिकारी खुद मौके पर तैनात रहकर स्पीड राडार से चालान काट रहे हैं.

राडार मशीन से हो रही चालानी कार्रवाई

दरअसल HD कैमरे वाला यह मशीन 2 किलोमीटर दूर से ही किसी भी गाड़ी की गति को नाप लेती है. इसके साथ ही ये मशीन किसी भी गाड़ी की स्पीड लिमिट क्रॉस होने पर खुद ई-चालान का प्रिंट आउट निकाल देती है. इसके बाद मौके पर मौजूद स्टॉफ फौरन कार्ड स्वाइप कर कार्रवाई शुरू हो जाती है.

समय की बचत
इस कार्रवाई में समय तो कम लगता ही है, वहीं ऑटोमेटिक सिस्टम होने के कारण किसी को रसूख और पहुंच दिखाने का मौका नहीं मिलता है. ऐसे में अक्सर होने वाले बहस और झगड़ों से भी पुलिस बच जाती है.

लंबे समय से थी ऐसी सुविधा की जरूरत
वैसे इस रडार की जरूरत लंबे समय से धमतरी में महसूस की जा रही थी. विशेषकर शहर के अंदर और बाहर तेज रफ्तार से भागते बसों पर कारवाई के लिए इसकी जरूरत थी. अब अफसर चाहे तो बसों की गति को भी नियंत्रित कर सकते हैं.

तेज रफ्तार गाड़ियों पर लगेगा ब्रेक
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रडार मशीन से चालानी कार्रवाई की जा रही है. ये मशीन तेज रफ्तार गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई के लिए उपयोगी साबित हो रहा है. बता दें कि यह रडार पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड है.

पढ़ें- वायरल वीडियो: डांस और गाने के जरिए बच्चे दे रहे स्वच्छता का संदेश

उन्होंने बताया कि जवान मुख्यमार्गों और चौराहों पर स्पीड राडार लेकर खड़े रहते हैं और किसी भी गाड़ी के आते ही स्विच दबाते ही गाड़ी के नंबर की रिकॉर्डिंग और फोटो कैमरे की मदद से मशीन में सेव हो जाती है. गाड़ी कौन से समय कितनी स्पीड में थी? यह टाइमिंग भी रिकार्ड हो जाती है. गाड़ी की फोटो और नंबर सहित पूरी जानकारी आगे खड़े ट्रैफिक पुलिस तक पहुंच जाती है, जिसके बाद गाड़ियों को रोककर उन पर चालानी कार्रवाई की जाती है.

धमतरी: सड़क हादसों और यातायात अव्यवस्था के लिए पहचान बना चुके धमतरी में अब पुलिस हाईटेक हो रही है. यातायात पुलिस को हाईटेक राडार के साथ स्वाइप मशीन और ई-चालान तकनीक से लैस किया गया है. इसमें शुरुआती दौर में पुलिस के आलाधिकारी खुद मौके पर तैनात रहकर स्पीड राडार से चालान काट रहे हैं.

राडार मशीन से हो रही चालानी कार्रवाई

दरअसल HD कैमरे वाला यह मशीन 2 किलोमीटर दूर से ही किसी भी गाड़ी की गति को नाप लेती है. इसके साथ ही ये मशीन किसी भी गाड़ी की स्पीड लिमिट क्रॉस होने पर खुद ई-चालान का प्रिंट आउट निकाल देती है. इसके बाद मौके पर मौजूद स्टॉफ फौरन कार्ड स्वाइप कर कार्रवाई शुरू हो जाती है.

समय की बचत
इस कार्रवाई में समय तो कम लगता ही है, वहीं ऑटोमेटिक सिस्टम होने के कारण किसी को रसूख और पहुंच दिखाने का मौका नहीं मिलता है. ऐसे में अक्सर होने वाले बहस और झगड़ों से भी पुलिस बच जाती है.

लंबे समय से थी ऐसी सुविधा की जरूरत
वैसे इस रडार की जरूरत लंबे समय से धमतरी में महसूस की जा रही थी. विशेषकर शहर के अंदर और बाहर तेज रफ्तार से भागते बसों पर कारवाई के लिए इसकी जरूरत थी. अब अफसर चाहे तो बसों की गति को भी नियंत्रित कर सकते हैं.

तेज रफ्तार गाड़ियों पर लगेगा ब्रेक
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रडार मशीन से चालानी कार्रवाई की जा रही है. ये मशीन तेज रफ्तार गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई के लिए उपयोगी साबित हो रहा है. बता दें कि यह रडार पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड है.

पढ़ें- वायरल वीडियो: डांस और गाने के जरिए बच्चे दे रहे स्वच्छता का संदेश

उन्होंने बताया कि जवान मुख्यमार्गों और चौराहों पर स्पीड राडार लेकर खड़े रहते हैं और किसी भी गाड़ी के आते ही स्विच दबाते ही गाड़ी के नंबर की रिकॉर्डिंग और फोटो कैमरे की मदद से मशीन में सेव हो जाती है. गाड़ी कौन से समय कितनी स्पीड में थी? यह टाइमिंग भी रिकार्ड हो जाती है. गाड़ी की फोटो और नंबर सहित पूरी जानकारी आगे खड़े ट्रैफिक पुलिस तक पहुंच जाती है, जिसके बाद गाड़ियों को रोककर उन पर चालानी कार्रवाई की जाती है.

Intro:सड़क हादसों और यातायात अव्यवस्था के लिए बदनाम धमतरी में अब पुलिस को हाईटेक किया गया है यातायात पुलिस को हाईटेक राडार के साथ स्वाइप मशीन और ई चालान तकनीक से लेस किया गया है.शुरुआती दौर में पुलिस के आलाधिकारी खुद मौके पर तैनात रह कर स्पीड राडार से चालान काट रहे है.


Body:दरअसल एचडी कैमरा से लैस यह मशीन 2 किलोमीटर दूर से ही किसी भी वाहन की गति नाप लेती है और स्पीड की लिमिट टूटने पर खुद ई चालान प्रिंट आउट कर निकाल देती है इसके बाद मौके पर मौजूद स्टॉफ फौरन कार्ड स्वेप कर कार्रवाई शुरू कर दी जाती है.इस करवाई में समय तो कम लगता ही है वही ऑटोमेटिक सिस्टम होने के कारण किसी को रसूख और पहुंच दिखाने का मौका नहीं मिलता है ऐसे में अक्सर होने वाले बहस और झगड़े से भी पुलिस बच जाती है. वैसे इस रडार की जरुरत लंबे समय से धमतरी में महसूस की जा रही थी.विशेषकर शहर के अंदर और बाहर तेज गति से भागते बसों पर कारवाई के लिए इसकी जरूरत थी.अब अफसर चाहे तो बसों की गति को नियंत्रित किया जा सकता है.पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रडार मशीन से चालानी कार्रवाई की जा रही है तेज गति से वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई के लिए उपयोगी साबित हो रहा है. बता दे कि यह रडार पूरी तरह कम्प्यूटराइज्ड होती है जवान मुख्य मार्गो और चौराहों पर स्पीड राडार लेकर खड़े होते हैं और वाहन के आते ही स्विच दबाते ही वाहन के नम्बर की रिकॉर्डिंग और फोटो सेव हो जाता है.वाहन कितने समय मे कितनी स्पीड में था, यह टाइमिंग भी रिकार्ड हो जाती है.वाहन की फोटो नंबर सही पूरी जानकारी आगे खड़े ट्रैफिक पुलिस तक पहुँच जाती है जिसके बाद वाहनों को रोककर उन पर चालानी कार्रवाई की जाती है.


Conclusion:बहरहाल इस रडार मशीन से कार्रवाई पर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है कि जैसे क्या हाईवे पर बेकाबू रफ्तार से चलने वाले वीआईपी लोगों पर भी कारवाई होगी.क्या इससे लोगों में कम रफ्तार पर चलने की मानसिकता बनेगी.क्या रफ्तार के कारण होने वाले हादसो में कमी आएगी. बाईट_मनीषा ठाकुर रावटे,एएसपी धमतरी रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी
Last Updated : Nov 14, 2019, 8:54 PM IST
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