धमतरी: धमतरी में पैसे के लेनदेन में मर्डर का मामला सामने आय़ा है. पैसों के लेन देन में तीन दोस्तों ने मिलकर दो दोस्तों की हत्या कर दी. आरोपियों ने एक दोस्त का शव निर्माणाधीन पुल के नीचे फेंक दिया. जबकि दूसरे दोस्त के शव को 80 किलोमीटर दूर महानदी में दफन कर दिया. तफ्तीश के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
धमतरी में डबल मर्डर: गुरुवार को सोनामगर गांव में युवक की खून से लथपथ लाश मिली थी. मृतक की पहचान चरामा निवासी अरुण यादव के तौर पर हुई थी. पुलिस को मृतक के शरीर पर चोट के गहरे निशान मिले थे और उसके कपड़े भी फटे हुए पाए गए थे. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया उसके बाद इस हत्याकांड की तफ्तीश में जुट गई.पुलिस को जांच में पता चला कि अरुण के कुछ दोस्त हैं जो अरुण के साथ मिलकर चोरियां करते थे. पुलिस उसके दोस्तों की तलाश में जुट गई.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई गिरफ्तारी: पुलिस को CCTV फुटेज में तीनों आरोपी दिखाई दिए. इस पर पुलिस ने वहां से निकलने वाले रास्तों में लगे फुटेज चेक किए तो घटना के समय के करीब सभी जगह तीनों आरोपी ही दिखाई दिए. इस आधार पर पुलिस कांकेर में उनके गांव चरामा तक पहुंच गई. वहां शव की फोटो से पहचान कर लोगों ने उनकी दोस्ती के बारे में बताया. इस पर पुलिस ने संदेह के आधार पर तीनों को हिरासत में ले लिया.
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डबल मर्डर का ऐसे हुआ खुलासा: पुलिस को अरुण के चार दोस्तों के बारे में पता चला. जिनमें नूतन, इमामुद्दीन, दयाशंकर और युगल शामिल थे. लेकिन पुलिस को सिर्फ उसके तीन दोस्त नूतन, इमामुद्दीन और दयाशंकर मिले. पुलिस ने इन तीनों से जब पूछताछ की तो पता चला कि तीनों ने मिलकर युगल की हत्या कर दी है और उसके शव को महानदी के रेत में दफना दिया है. आरोपियों की निशानदेही के आधार पर 27 मई को अर्जुनी और सिहावा पुलिस मौके पर पहुंची और युगल के शव को बरामद किया. आरोपियों ने पूछताछ में यह भी स्वीकार किया है उन्होंने अरुण की भी हत्या कर दी.
पैसों के विवाद में हत्या : पुलिस को तीनों आरोपियों ने बताया कि "घटना के दिन आरोपी नूतन, इमामुद्दीन, दयाशंकर, अरुण यादव और युगल किशोर ने खूब शराब पी. फिर इन लोगों के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया".आपस में पांचों दोस्तों का विवाद इतना बढ़ गया कि उन्होंने पहले अरुण यादव की चाकू से गोदकर हत्या कर दी. फिर उसके शव को निर्माणाधीन पुल के नीचे फेंक दिया. उसके बाद आरोपियों ने आगे जाकर युगल किशोर का गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया.
ब्लैकमेल की वजह से की हत्या: धमतरी पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने चोरी के मामलों को लेकर अरुण और युगल सबसे ज्यादा झगड़ा करते थे. नूतन, इमामुद्दीन और दयाशंकर ने एक जगह चोरी की थी. इस बात का पता युगल और अरुण को चल गया था. इसलिए वह दोनों मिलकर नूतन, इमामुद्दीन और दयाशंकर को ब्लैकमेल करने लगे. बार बार चोरी की वारदात के बारे में पुलिस को बताने की बात कर रहे थे. इस ब्लैकमेल से तंग आकर तीनों ने अरुण और युगल की हत्या कर दी. इन्होंने सिहावा टूर का प्लान बनाया और वहां हत्या की वारदात को अंजाम दिया.