धमतरी: आदिवासी समाज ने जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव पर भ्रामक जानकारी पोस्ट करने का आरोप लगाया है. आदिवासियों का आरोप है कि खूबलाल ध्रुव ने सोशल मीडिया पर आराध्य देवी अंगारमोती मंदिर के संबंध में भ्रामक जानकारी पोस्ट की है. पोस्ट को लेकर समाज के लोगों में खासी नाराजगी देखी जा रही है. इस मामले में आदिवासी समाज खूबलाल ध्रुव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में है. समाज के लोगों का कहना है कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई हो.
दरअसल, जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव ने अपने एक पोस्ट में वनदेवी माता अंगारमोती मंदिर को लेकर एक सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी पोस्ट किया है, जिसके बाद से आदिवासी समाज खूबलाल ध्रुव को लेकर आग बबूला है. समाज का कहना है कि जिला पंचायत सदस्य आदिवासी समाज से होकर भी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है. आदिवासी समाज के लोग जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कह रहे हैं.
विश्व आदिवासी दिवस पर निताओं को नहीं मिलेगा निमंत्रण
इधर आदिवासी समाज की बैठक 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाने की तैयारियों पर चर्चा किया गया है. बैठक में तय किया गया है कि कोरोना के नियमों का पालन करते हुए 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाएगा. इसे क्रांति दिवस के रूप में मनाया जाएगा, लेकिन इस बार किसी भी नेताओं को कार्यक्रम में आंमत्रित नहीं किया जाएगा. समाज ने इसके पीछे नेताओं के झूठे वादों को बताया है.
'कांग्रेस की सरकार अड़य्यल रवैया अपना रही'
उनका कहना है कि कई साल से वह अपने संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं. सत्ता में आते ही कांग्रेस की सरकार ने समाज के सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज डेढ़ साल हो गए एक भी मांग पूरी नही की गई है. ऐसे में अब फिर समाज संघर्ष और आंदोलन करने पर बाध्य होगी. समाज प्रमुखों ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की सरकार अड़य्यल रवैया अपना रही है.
सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है सरकार
बहरहाल समाज के इस रुख से मौजूदा सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है क्योंकि छत्तीसगढ़ की गिनती आदिवासी बाहुल्य प्रदेशों में की जाती है और यहां बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग निवास करते है.