धमतरी: धमतरी में शनिवार को उस वक्त हंगामा मच गया, जब विरोध प्रदर्शन कर रही धमतरी विधायक रंजना साहू, एएसपी पर बिफर गई. दरअसल भाजयुमो ने एनएच पर चक्काजाम किया. शहर के रत्नाबांधा चौक पर धमतरी विधायक के नेतृत्व में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने करीब 2 घंटे तक जाम रखा. इस दौरान विधायक रंजना साहू को एएसपी मधुलिका सिंह उठाने आईं. इस पर विधायक साहिबा बिफर गई और एएसपी पर बदसलूकी का आरोप लगाया. ये हंगामा काफी देर तक चलता रहा.
विधायक और एएसपी में हुई बहस : चक्काजाम के दौरान स्थिति और भी गरमा गई. धमतरी की विधायक रंजना साहू ने धमतरी की एडिशनल एसपी मधुलिका सिंह को जमकर फटकार लगाना शुरू कर दिया. धमतरी विधायक रंजना साहू खराब सड़कों के विरोध में चक्काजाम में शामिल हुई थी. विधायक साहिबा बीच सड़क पर बैठकर प्रदर्शन कर रही थी. करीब 2 घंटा बीत जाने के बाद धमतरी के एडिशनल एसपी मधुलिका सिंह ने विधायक को हटने के लिए कहा. विधायक को हटाने के लिए एएसपी ने उनका हाथ पकड़ा. फिर क्या था? धमतरी विधायक अचानक आग बबूला हो गई और धरना स्थल पर ही एडिशनल एसपी को फटकार लगाने लगी.
मैं खराब सड़कों के विरोध में चक्काजाम में बैठी हुई थी. उसी समय एएसपी आईं और मेरा हाथ पकड़ कर मुझे हटाने लगी. अगर वो मेरे साथ ऐसा व्यवहार कर सकती है, तो आम जनता के साथ उनका कैसा बर्ताव होता होगा? -रंजना साहू, विधायक, बीजेपी
एएसपी ने आरोपों को गलत ठहराया: विधायक ने एएसपी को हंगामे के दौरान जमकर खरी-खोटी सुनाई. इस दौरान आस-पास मौजूद नेता और अधिकारी भी एएसपी पर भड़क गए. किसी ने इस घटना को कैमरे में कैद कर लिया. इस बारे में धमतरी एडिशनल एसपी ने खुद पर लगाए आरोपों को गलत ठहराया. उन्होंने कहा कि वे सिर्फ निवेदन कर रही थी. हालांकि धमतरी विधायक रंजना साहू का भी स्पष्ट आरोप है कि एडिशनल एसपी का व्यवहार उनके प्रति गलत था.
मेरे ऊपर लगे आरोप गलत हैं. काफी समय से चक्काजाम था. मैंने उनसे निवेदन किया कि वो हट जाएं. क्योंकि लोगों को दिक्कतें हो रही है. मैंने कोई बदसलूकी नहीं की. -मधुलिका सिंह, एडिशनल एसपी
आश्वासन के बाद खत्म हुआ प्रदर्शन: दरअसल, आज भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर की बदहाल सड़कों के मरम्मत के लिए 2 घंटे तक चक्काजाम किया. भारतीय जनता युवा मोर्चा ने एनएच पर चक्काजाम किया. शहर के रत्नाबांधा चौक पर धमतरी विधायक के नेतृत्व में चक्काजाम किया गया. इस दौरान आम लोगों को काफी दिक्कतें हुई. यातायात व्यवस्था काफी समय तक बाधित रहा. बड़ी संख्या में स्कूल वाहन और सामान्य तौर पर सड़क पर चलने वाले वाहनों को समस्या का सामना करना पड़ा. बड़ी यात्री बसों को पुलिस ने डायवर्ट रूट पर डाला था. इसलिए बड़े वाहनों को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई. बता दें कि अधिकारियों के लिखित आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने चक्काजाम प्रदर्शन को खत्म किया.