धमतरी: लॉकडाउन की वजह से जहां पूरे प्रदेश में उद्योग और व्यापार मंद पड़ा है. वहीं कृषि क्षेत्र पर भी इसका सबसे बुरा असर पड़ा है. खेती-किसानी करने वाले किसान के साथ पशुपालन करने वाले किसान भी बदहाली और आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं . धमतरी में पशुपालन करने वाले किसानों पर दोहरी मार पड़ी है. यहां कुरूद के ग्राम पुरी की महिला दुग्ध सहकारी समिति पशुपालन करने वाले किसानों के साथ खिलवाड़ कर रही है. किसानों को दूध का सही दाम नहीं मिल पा रहा है. जिससे किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है.
दूध की कीमतों में आई गिरावट
किसानों की मानें तो लॉकडाउन से पहले सब ठीक था लेकिन लॉकडाउन शुरू होने के बाद से दुग्ध सहकारी समिति दूध में क्रीम की सही मात्रा न होने की बात कह रही है और दूध को वापस भेज रही है. जिसके कारण दुग्ध उत्पादक किसान परेशान हैं. लॉकडाउन के बाद किसानों से महज 20 रुपये प्रति लीटर में दूध खरीदा जा रहा है.
उच्च अधिकारियों का हवाला
समिती के अधिकरी इस मामले में पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि उच्च अधिकारियों के आदेश का पालन कर रहे हैं. लॉकडाउन का इससे कोई लेना-देना नहीं है. उच्च अधिकारियों से सख्त आदेश हैं कि गुणवत्ता के आधार पर ही दूध खरीदी की जाए. जिसका हम पालन कर रहे हैं.