धमतरी: प्रदेश में धान पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों बड़ी पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे को किसान विरोधी बता रही हैं. कांग्रेस केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ लगातार धरना प्रदर्शन कर रही थी. इस पर बीजेपी भी मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहती है. धान खरीदी के मुद्दे पर अब बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ सड़क पर उतर गई है. बीजेपी भी कांग्रेस को किसान विरोधी सरकार बता रही है.
धान खरीदी को लेकर हो रही देरी के विरोध में बीजेपी ने धरना प्रदर्शन कर राज्य सरकार पर निशाना साधा है. पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने इसे किसानों के साथ मजाक बताया है.
क्यों हो रही देरी
विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ऐलान किया था कि अगर वो सत्ता में आए तो राज्य के किसानों के धान को 2500 रुपये क्विंटल के दाम से खरीदा जाएगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर खरीफ वर्ष 2019-20 में किसानों के हित में समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 2500 रुपए प्रति क्विंटल करने और यदि किसी परिस्थिति के कारण भारत सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य में इस अनुरूप वृद्धि किया जाना संभव नहीं हो तो राज्य सरकार को इस मूल्य पर धान उपार्जित करने की सहमति प्रदान करने अनुरोध किया गया था, जिसके जवाब में केंद्र ने सभी अनुरोध ठुकरा दिए थे और सरकार को तारीख आगे बढ़ानी पड़ी.
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अजय चंद्राकर ने कहा कि, सरकार किसानों के साथ मजाक कर रही है. सरकार स्पष्ट कर दे की वह समर्थन मूल्य में धान खरीदेगी या नहीं, कितना धान खरीदेगी यह भी स्पष्ट करें. सरकार के नाम पर सर्कस चल रहा है. इस आंदोलन के बाद सरकार नहीं जागती तो बड़ा आंदोलन होगा.