धमतरी: कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को रोकने और उसके बचाव के लिए धमतरी जिले में तमाम तैयारियां की गई हैं. इसके अलावा लगातार लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. जिले में अलग अलग स्थानों में कुल 135 बिस्तर के आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं. साथ ही टोल फ्री 104 सहित हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. कलेक्ट्रेट , जिला पंचायत, जनपद, निगम कार्यालय और नगर पंचायत कार्यालयों में हेल्पडेस्क भी बनाई गई है. जहां लोग कोरोना से सबंधित कोई भी जानकारी लोग ले सकते हैं.
धमतरी जिला अस्पताल के ओपीडी में कोरोना कॉर्नर स्थापित किया गया है. जहां कोरोना वायरस के बारे में उचित सलाह दी जा रही है. साथ ही हाथ धोने के तरीके और उससे संबंधित जानकारी लोगों को दी जा रही है. कोरोना वायरस को रोकने के लिए जिले में धारा 144 लागू है. वहीं नियमानुसार विदेश से आने की जानकारी छिपाना भी अपराध की श्रेणी में रखा गया है. साथ ही प्रशासन ने सभी लोगों को खुद से टोल फ्री नम्बर 104 पर जानकारी देने को कहा है. जानकारी नहीं देने वाले पर कार्रवाई हो सकती है.
इन नंबर्स में फोन कर ले सकते हैं जानकारी
जानकारी और शिकायत के लिए प्रशासन ने नंबर जारी किए हैं. इनमें निदान-1100 में कोरोना वायरस संबंधित कोई भी शिकायत कर सकते हैं. टोल फ्री नंबर 104 में विदेश से आने वाले लोगों की जानकारी दे सकते हैं. कंट्रोल रूम-07722232249, पुलिस अधीक्षक-07722238265, पुलिस कंट्रोल रूम-9479192299 शामिल हैं.
जहां भीड़ रहती है, ऐसे संस्थानों को बंद करने का आदेश
कोरोना से बचाव के लिए धारा 144 लागू की गई है, लेकिन अनाज, किराना दुकान, दैनिक उपयोग की सामग्री की दुकानें, मेडिकल स्टोर्स,लॉज, रेस्टोरेंट्स, मॉल, परिवहन करने वाले वाहन, सब्जी बाजार, कपड़ों की दुकान, बैंक, पोस्ट ऑफिस खुले रहेंगे. इसके अलावा जिला प्रशासन ने भीड़ लगने वाले संस्थानों को बंद करने के आदेश दिए हैं. मसलन शहर के सड़कों पर लगने वाले ठेले खोमचे, जिम, पुस्तकालय, कोचिंग सेंटर, ब्यूटी पार्लर, गार्डन, स्कूल, कॉलेज, आश्रम, छात्रावास जैसे सभी स्थानों को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है.
इलाज के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की गईं
जिले में कुल 135 बिस्तर वाले आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन होम बनाए गए हैं. इनमें 25 बिस्तर लॉईलीवुड कॉलेज, 50 एकलव्य आवासीय छात्रावास, कुकरेल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 50 पंचायत ट्रेनिंग सेंटर कुरूद में बनाए गए हैं. जहां इलाज के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं.
डॉक्टर्स से फोन के जरिए भी संपर्क कर सकते हैं मरीज
साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक अपील भी जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि 'जहां तक संभव हो सामान्य मरीज डॉक्टर्स से मोबाइल से संपर्क कर सामान्य बीमारियों के बारे में सलाह ले सकते हैं. इसके अलावा आपातकालीन स्थिति में मरीजों के साथ एक ही परिजन या अटेंडेंट रहे. अगर यह आवश्यक न हो, तो सामान्य बीमारी के मरीज आगामी 31 मार्च तक सर्जरी और ऑपरेशन करने से बचने के निर्देश दिए हैं.
स्वास्थ्य विभाग नहीं लेना चाहता कोई भी रिस्क
इसके अलावा सांस संबंधी तकलीफ वाले मरीजों के लिए बाह्य रोगी विभाग के कक्ष क्रमांक 113 में अलग से एक कक्ष की स्थापना की गई है. जहां स्वसन बीमारियों से संबंधित मरीजों का इलाज किया जा रहा है. प्रशासन कोरोना वायरस को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता, इसलिए लोगों से लगातार अपील किया जा रहा है कि कोई भी विदेश या बाहर से जिले में एंट्री कर रहे हैं. उनकी पूरी जानकारी प्रशासन को दी जाए, जिन्हें जांच के बाद क्वॉरेंटाइन किया जा सके.