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तबादलों से रुकेंगे अपराध ?, लगातार बढ़ रहा क्राइम का ग्राफ

धमतरी में बीते एक साल में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ा है, लेकिन अपराध पर लगाम लगाने के नाम पर पुलिस विभाग में सिर्फ तबादले ही हुए है.

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Published : Nov 25, 2019, 2:00 PM IST

Updated : Nov 25, 2019, 2:09 PM IST

धमतरी में बीते एक साल में क्राइम का ग्राफ बढ़ा है

धमतरी: बीते एक साल में जिले में जिस अनुपात में अपराध के ग्राफ बढ़े हैं, काफी चिंताजनक है, लेकिन सवाल उठता है कि इस दिशा में पुलिस क्या कर रही है. बीते एक साल में पुलिस विभाग में सिर्फ ट्रांसफर हुए हैं. पुलिस विभाग क्राइम रोकने के लिए एक साल में तबादलों के अलावा कुछ भी नहीं किया है.

धमतरी में बीते एक साल में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ा है

जनवरी में तत्कालीन SP रजनेश सिंह ने 9 थाना के प्रभारियों के साथ 15 सब इंस्पेक्टर को इधर से उधर किया था. इसके बाद PHQ ने रजनेश सिंह का ही तबादला कर दिया.

90 आरक्षकों के तबादले

नए SP बालाजी राव ने पद संभालने के बाद एक साथ 90 आरक्षकों के तबादले की लिस्ट जारी कर दी. इसके बाद दो महीने ही बीते थे कि एक बार फिर से कोतवाली और अर्जुनी के प्रभारी बदल दिए गए. साथ में दर्जन भर से ज्यादा आरक्षकों की फिर नई पदस्थापना दी गई.

पढ़ें :मां ने बेटे के मर्डर की दी सुपारी, पारिवारिक विवाद में उठाया कदम

यातायात प्रभारी भी बदले गए

10 महीने के कार्यकाल के बाद एक बार फिर जिले के SP बदल दिए गए. बालाजी राव गए और उनकी जगह बीपी राजभानू नए एसपी बने. नए SP ने पदभार लेने के सप्ताह भर के अंदर फिर 30 अधिकारी, कर्मचारी और थाना प्रभारियों के तबादले कर दिए. इतना ही नहीं यातायात शाखा में भी अब तक 6 बार यातायात प्रभारी बदले जा चुके हैं.

लगातार बढ़ रहा अपराध का ग्राफ

दूसरी तरफ अपराध के ग्राफ में उछाल को कुछ इस तरह समझा जा सकता है. साल भर में अभी तक चाकूबाजी के 15 मामले हो चुके हैं. तीन हत्याएं हो चुकी है, वहीं चोरियों का तो एक सिलसिला ही चल पड़ा है.

पढ़ें :बढ़ती चोरी ने उड़ाई लोगों की नींद, शिक्षक के मकान को बनाया निशाना

धमतरी: बीते एक साल में जिले में जिस अनुपात में अपराध के ग्राफ बढ़े हैं, काफी चिंताजनक है, लेकिन सवाल उठता है कि इस दिशा में पुलिस क्या कर रही है. बीते एक साल में पुलिस विभाग में सिर्फ ट्रांसफर हुए हैं. पुलिस विभाग क्राइम रोकने के लिए एक साल में तबादलों के अलावा कुछ भी नहीं किया है.

धमतरी में बीते एक साल में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ा है

जनवरी में तत्कालीन SP रजनेश सिंह ने 9 थाना के प्रभारियों के साथ 15 सब इंस्पेक्टर को इधर से उधर किया था. इसके बाद PHQ ने रजनेश सिंह का ही तबादला कर दिया.

90 आरक्षकों के तबादले

नए SP बालाजी राव ने पद संभालने के बाद एक साथ 90 आरक्षकों के तबादले की लिस्ट जारी कर दी. इसके बाद दो महीने ही बीते थे कि एक बार फिर से कोतवाली और अर्जुनी के प्रभारी बदल दिए गए. साथ में दर्जन भर से ज्यादा आरक्षकों की फिर नई पदस्थापना दी गई.

पढ़ें :मां ने बेटे के मर्डर की दी सुपारी, पारिवारिक विवाद में उठाया कदम

यातायात प्रभारी भी बदले गए

10 महीने के कार्यकाल के बाद एक बार फिर जिले के SP बदल दिए गए. बालाजी राव गए और उनकी जगह बीपी राजभानू नए एसपी बने. नए SP ने पदभार लेने के सप्ताह भर के अंदर फिर 30 अधिकारी, कर्मचारी और थाना प्रभारियों के तबादले कर दिए. इतना ही नहीं यातायात शाखा में भी अब तक 6 बार यातायात प्रभारी बदले जा चुके हैं.

लगातार बढ़ रहा अपराध का ग्राफ

दूसरी तरफ अपराध के ग्राफ में उछाल को कुछ इस तरह समझा जा सकता है. साल भर में अभी तक चाकूबाजी के 15 मामले हो चुके हैं. तीन हत्याएं हो चुकी है, वहीं चोरियों का तो एक सिलसिला ही चल पड़ा है.

पढ़ें :बढ़ती चोरी ने उड़ाई लोगों की नींद, शिक्षक के मकान को बनाया निशाना

Intro:धमतरी जिले में बीते एक साल में जिस अनुपात में अपराध बढ़े है वो काफी चिंताजनक है लेकिन इस दिशा में पुलिस ने क्या किया ये बीते एक साल का रिकार्ड देखे तो लगता है यहां सिर्फ ट्रांसफर का खेल खेला जा रहा है.नतीजे बताते है कि पुलिस ने जिले में अपने ही कर्मचारियो के तबादले के अलावा कुछ भी कारगर कदम नहीं उठाए.थानो के स्टाफ बदले मगर हालात नहीं बदल पाए.

Body:इसे समझने के लिये कुछ फैक्ट्स काफी है मसलन जनवरी माह में तत्कालीन एसपी रजनेश सिंह ने 9 थानो के प्रभारी सहित 15 सब इंस्पेक्टरो को इधर से उधर किया.इसके बाद पीएचक्यू ने रजनेश सिंह का ही तबादला कर दिया.

नये के रूप में बालाजी राव ने पद सम्हाला और कुर्सी पर बैठते ही एक साथ 90 आरक्षको के तबादले की लिस्ट जारी कर दी.इसके बाद दो माह ही बीते थे कि एक बार फिर से कोतवाली और अर्जुनी के प्रभारी फिर बदल दिये गए.साथ में दर्जन भर से ज्यादा आरक्षको फिर नई पदास्थापना दी गई.

10 माह के कार्यकाल के बाद एक बार फिर जिले के एसपी बदले वही बालाजी राव गए और उसके जगह बीपी राजभानू नये एसपी बने.नये एसपी ने पदभार लेने के सप्ताह भर के अंदर फिर 30 अधिकारी कर्मचारी और थाना प्रभारी इधर से उधर कर दिये गए इस बीच छोटे बल में भी कई तबादले होते रहे.यातायात शाखा की बात कर तो जनवरी से अभी तक 6 बार यातायात प्रभारी बदले जा चुके है.

दूसरी तरफ अपराध के ग्राफ की उछाल को कुछ मिसाल लेकर समझा जा सकता है.साल भर में अभी तक चाकू बाजी के 15 मामले हो चुके है.तीन हत्याएं हो चुकी है वही चोरियो का तो एक सिलसिला ही चल पड़ा है.सट्टा लगातार शहर और ग्रामीण इलाको में जारी है.शहर में कई जगह स्थाई रूप से जुआ चलता है.कही मेला लगे या जन सभा हो भीड़ भाड़ में चैन स्नैचिंग और पाकेट मारी होती ही है.इसके अलावा ठगी के मामले लगातार सामने आते है जबकि यातायात में सुधार के निशान कही नजर नहीं आते.

तो सवाल ये है कि आखिर इतने तबादले क्यों और क्या तबादलो से कानून व्यवस्था सम्हाली जाती है.क्या अपराध नियंत्रण में नाकाम पुलिस तबादलो के रूमाल से अपराध के हाथी को ढंकने की नाकाम कोशिश कर रही है.शायद हां क्योंकि इसी कारण लोग तबादलो पर सवाल उठाते है और तंज कसते है भले सरकार कहती रहे कि ट्रांसफर एक विभागीय प्रक्रिया मात्र है.वैसे जिले के नये एसपी की बाते भी सुनी सुनाई सी ही लगती है.

Conclusion:कोई मर्ज अगर बार बार दवा बदलने से ठीक नहीं हो रहा है तो ये साफ है कि डाक्टर ने मर्ज को समझा ही नहीं है लेकिन शायद धमतरी पुलिस में यही सबसे बड़ा मर्ज है.

बाईट_01 कविंद्र जैन, स्थानीय
बाईट_02 बी.पी राज भानू,एसपी धमतरी
बाईट_03 ताम्रध्वज साहू,गृह मंत्री छग शासन

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी

Last Updated : Nov 25, 2019, 2:09 PM IST
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