धमतरी: जिले निगम प्रशासन की लापरवाही के कारण 302 निगम के कर्मचारियों को अब तक सितंबर माह का वेतन नहीं मिला है. वेतन नहीं मिलने से कर्मचारियों में खासा नाराजगी है. वहीं त्योहार के हफ्तेभर पहले वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी संघ ने आंदोलन की चेतावनी दी है.
दरअसल, निगम की कंगाली का कारण यहां के कर्मचारियों की अक्षमता ही है. निगम के खजाने में कायदे से हर साल राजस्व के तौर पर करीब साढ़े 10 करोड़ रुपये आने चाहिए, लेकिन मौजूदा वित्तीय वर्ष में महज 167 करोड़ रुपये के ही राजस्व की वसूली हुई है, जो अनुमानित राजस्व के 10 फीसदी से थोड़ा ज्यादा है.
302 कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन
बता दें कि नगर निगम हर महीने 80 लाख रुपए नियमित कर्मचारियों को वेतन बांटता है, लेकिन निगम के राजस्व कर्मी इतनी राशि भी नहीं जुटा पा रहे हैं. जिसका असर यह हुआ कि नगर निगम अपने 302 नियमित कर्मचारियों को अक्टूबर का आधा महीना निकल जाने के बाद भी सितंबर महीने का वेतन नहीं दे पाया है.
निगम प्रशासन ने दिया आश्वासन
कर्मचारियों का कहना है कि 'सरकार का स्पष्ट आदेश है कि कोई बड़ा त्यौहार 25 तारीख के बाद हो, तो उस महीने का वेतन भी कर्मचारियों को दिया जाए, लेकिन निगम सितंबर का वेतन नहीं दे पा रहा है. कर्मचारियों को सितंबर और अक्टूबर का वेतन नहीं मिला, तो दिवाली के पहले वो आंदोलन करेंगे. वहीं निगम प्रशासन एक-दो दिन के भीतर कर्मचारियों के खाते में डालने की बात कह रहा है.