धमतरी: जिले में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. शहर में कोरोना के केस बढ़ने के साथ अब ग्रामीण इलाकों में भी तेजी से संक्रमण फैलने लगा है. ग्रामीण क्षेत्रों से लगातार कोरोना के गंभीर केस सामने आ रहे हैं. धमतरी जिले के कई गांवों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. इन्हीं में से एक नेशनल हाई-वे से सटा छाती गांव है. जहां इन दिनों कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से सन्नाटा पसरा है.
धमतरी ब्लॉक के छाती गांव में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा दिया है. करीब 8 हजार से ज्यादा की आबादी वाले इस गांव में 1 मई को 6 ग्रामीणों की मौत हो गई थी, इनमें 4 ग्रामीण कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. 2 लोग संदिग्ध थे. गांव में संक्रमण केस पहले से ही था और इस घटना के बाद और कई केस सामने आए हैं. महीने भर में तकरीबन 99 केस कोरोना के सामने आए हैं. इनमें 10 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. जबकि 73 लोग अभी भी होम आइसोलेशन में हैं.
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एक के बाद एक हो रहे संक्रमित
छाती गांव में लोगों की लापरवाही ने गांव को हॉट स्पॉट बना दिया. कुछ लोग पॉजिटिव होने के बाद भी आइसोलेशन सेंटर या कोविड केयर सेंटर नहीं गए. इसका असर ये हुआ कि परिवार के अन्य सदस्य इससे संक्रमित हुए और फिर एक के बाद एक लोग संक्रमित होते गए. बढ़ते संक्रमण के कारण प्रशासन ने गांव में संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए कंटेनमेंट जोन बना दिया. होम आइसोलेशन के नियमों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिया गया है.
सरपंच की जागरूकता से कंट्रोल में कोरोना
ग्राम पंचायत ने इसके खतरे को पहले ही भांपते हुए गांव के सभी दुकानों को बंद करा दिया था. इसके साथ ही बाजारों को भी बंद करा दिया और इसी सख्ती का नतीजा है कि अब यहां कोरोना का केस कंट्रोल में है. गांव के सरपंच राकेश देवांगन ने बताया कि पंचायत के जनप्रतिनिधि, मितानिन, पटवारी, सचिव घर-घर जाकर सर्वे कर रहे हैं. कोरोना टेस्ट सहित टीकाकरण के लिए सभी को प्रेरित कर रहे हैं. संक्रमितों के लिए अलग से शौचालय नहीं होने पर आइसोलेशन सेंटर में रहने की जानकारी दी जा रही है.
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कोरोना से लड़ने के लिए पर्याप्त व्यवस्था
धमतरी ब्लॉक में कोरोना के इस महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की उपलब्धता है. वेंटिलेटर की संख्या भी पर्याप्त है. कोविड-19 मरीजों के लिए जिला अस्पताल में 40 ऑक्सीजन बेड बनाया गया है. कोविड-19 डेडिकेटेड अस्पताल के 35 बिस्तर में 20 ऑक्सीजन बेड है. जिला अस्पताल में कुल 14 वेंटिलेटर उपलब्ध है. 300 से ज्यादा जम्बो सिलेंडर उपलब्ध है. इसके अलावा उप-स्वास्थ्य केंद्र गुजरा और जिला अस्पताल में कोरोना टेस्ट की सुविधा है.
5 श्मशान घाट, 1 कोरोना संक्रमण से मरने वालों के लिए रिजर्व
धमतरी जिले में कुल 5 श्मशान घाट है. इनमें से एक कोविड मरीजों के अंतिम संस्कार लिए रिजर्व है. यहां कोविड मरीजों को जलाने के लिए नगर निगम लड़की की व्यवस्था करता है. इसके लिए निगम कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. बहरहाल प्रशासन भी ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की दर को कम करने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चला रही है. प्रशासन के निर्देश पर हर गांव में आइसोलेशन सेंटर बनाये गए हैं.