धमतरी : अंदरुनी कलह कांग्रेस का पुराना मर्ज रही है. सरकार बनने के बाद ये कलह खत्म होने के बजाय और बढ़ती दिख रही है. धमतरी कांग्रेस भवन में मंत्री कवासी लखमा के सामने ये खुलकर दिखाई दी, जहां कांग्रेसी नेता आपस में ही भिड़ गए.
कांग्रेसियों के आपस में भिड़ने से नाराज मंत्री कवासी लखमा ने चेतावनी तक दे दी कि, 'ऐसा ही रहा तो हम निकाय चुनाव नहीं जीत सकेंगे और निकाय चुनाव नहीं जीते तो मैं दोबारा कांग्रेस भवन नहीं आऊंगा'. हद तो तब हो गई जब मंत्री कवासी लखमा के जाने के बाद स्थिति और बिगड़ गई. कांग्रेसी आपस में ही एक-दूसरे पर अपना जोर दिखाने लगे.
कंडेल नहर सत्याग्रह की याद में निकाली जाएगी पदयात्रा
दरअसल, 4 अक्टूबर को धमतरी के गौरव ग्राम कंडेल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ बड़े नेता पहुंचेंगे और नहर सत्याग्रह की याद में पद यात्रा करेंगे. इसी कार्यक्रम की तैयारी के सिलसिले में मंत्री कवासी लखमा ने बैठक बुलाई थी.
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बहरहाल, इस बवाल पर जहां जिला कांग्रेस के अध्यक्ष कुछ भी कहने से साफ मुकर गए. वहीं कई गांव से पहुंचे कार्यकर्ताओं ने दो टूक कहा कि, 'जिले के नेता आपस में लड़ते हैं नुकसान पार्टी को होता है और जिला अध्यक्ष ग्रामीण कार्यकर्ताओं को तवज्जों नहीं देते'.