धमतरी: धमतरी के कोकड़ी गांव स्थित पत्थर खदान में ब्लास्टिंग के दौरान एक बच्ची बुधवार को घायल हो गई थी. इस मामले के विरोध में घटना के दूसरे दिन पत्थर खदान का ग्रामीणों ने घेराव कर दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की मौजूदगी में खनिज विभाग ने कार्रवाई की है. विभाग ने पत्थर खदान को ही सील कर दिया. साथ ही खदान संचालक के खिलाफ अब खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई की तैयारी है.
जानिए पत्थर खदान में ब्लास्ट से कैसे बच्ची हुई थी घायल: दरअसल, ये पूरा वाकया धमतरी जिले के कुरूद थाना क्षेत्र के कोकड़ी गांव का है. यहां 8 साल की बच्ची बारूद ब्लास्ट में बुधवार को घायल हो गई.घायल बच्ची रागनी ध्रुव कक्षा तीसरी की छात्रा है. दोपहर लंच के बाद छात्रा अपने कक्षा से बाहर निकली थी. तभी ब्लास्ट से पत्थर छिटककर छात्रा के सिर पर आ गिरा. हादसे में छात्रा के सिर पर गंभीर चोट लगी. छात्रा को इलाज के लिए राजिम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
आए दिन ब्लास्टिंग से जमीन में कंपन होती रहती है. इसके कारण घरों में दरारें आने लगी है. इसके अलावा जानमाल का भी नुकसान हो सकता है. यदि इसे रोका नहीं गया तो आने वाले दिनों में भयावह घटना हो सकती है. -ग्रामीण
कोकड़ी गांव में 3 पत्थर खदानें संचालित है, जिस खदान से हादसा हुआ वह खदान करीब 9 वर्ष से संचालित हो रहा है. खदान वैध है लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार के ब्लास्टिंग की अनुमित नहीं दी गई थी. ऐसे में खदान को सील किया जा रहा है. उनके खिलाफ खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी. -बजरंग पैकरा, खनिज अधिकारी
ग्रामीणों को बड़े खतरे का डर: ग्रामीणों के अनुसार स्कूल से करीब आधा किलोमीटर दूर पत्थर खदान है. आये दिन ब्लास्टिंग होती रहती है. गांव में स्कूल के साथ-साथ आंगनबाड़ी केन्द्र भी है. स्कूल में करीब 250 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं. वहीं आंगनबाड़ी में भी बच्चों की संख्या अधिक है. बहरहाल ग्रामीणों ने पत्थर खदान को बंद करने की मांग प्रशासन से की है. देखना होगा कि प्रशासन ग्रामीणों की मांगों को कितनी गंभीरता से लेती है.