धमतरी: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले किसानों की नाराजगी दूर करने के लिए सरकार ने किसानों के तीन टोकन की बाध्यता खत्म कर दी है और इसके साथ ही धान खरीदी केन्द्रों में लिमिट व्यवस्था को भी खत्म करने का निर्णय लिया है, फिर भी कुरूद विधायक अजय चन्द्राकर ने सरकार को सभी मोर्चे में फेल बताया है.
कुरूद विधायक अजय चन्द्राकर ने धान खरीदी को भगवान भरोसे बताया है. उन्होंने कहा कि 'प्रदेश में सरकार की तानाशाही चल रही है. सरकार किसानों को अपमानित कर रही है. जानबूझकर किसानों के धान की जब्ती कर रही है. जबकि उनकी सरकार ने किसानों का एक-एक दाना खरीदा था और किसानों को भटकना नही पड़ा'.
बीजेपी ने धान खरीदी को बनाया मुद्दा
दरअसल, जिले के कई सोसायटियों में धान खरीदी को लेकर किसानों में नाराजगी देखी जा रही है. किसान धान खरीदी की लिमिट घटाने से परेशान है. वहीं सोसायटियों में कोई कमी निकाल कर धान को रिजेक्ट कर दिए जाने की भी शिकायतें आ रही हैं. इधर जनपद और जिला पंचायत में कब्जा जमाने के लिए भाजपा ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को मुद्दा बना दिया है. भाजपा लगातार धान खरीदी को लेकर राज्य के कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रही है.