धमतरी : बीते 6 मई को धमतरी के एक गोदाम में लाखों रुपये के गुटखा का जखीरा पकड़ाया था, लेकिन इस मामले में अपराध और सबूत सामने होते हुए भी अब तक गुटखा कारोबारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में संबंधित विभाग की कार्यशैली को लेकर अब सवाल उठना शुरू हो गया है. इस मुद्दे में खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग जांच प्रक्रिया का हवाला दे रहा है.
6 मई को धमतरी के बस स्टैंड में स्थित राईसमिल के एक गोदाम में बड़ी मात्रा में खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने अवैध गुटखा जब्त किया था. जर्दायुक्त गुटखा बनाने में उपयोग किए जाने वाला 200 बोरा तंबाकू, गुटखा बनाने की मशीन,दो ड्रम केमिकल सहित अन्य सामग्री बरामद की गई थी. गोदाम को सील करने के बाद से अवैध गुटखा निर्माण करने का आरोपी धमतरी निवासी प्रहलाद मूलवानी फरार है.
विभाग के अफसरों का कहना है कि जब्त गुटखा की सैंपल रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. इसलिए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की नहीं जा सकी है. जैसे ही रिपोर्ट सामने आएगी और यदि वह अमानक पाया जाता है, तो उनके खिलाफ न्यायालीन प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी.
पढ़ें-कोरिया: पान मसाला के गोदाम पर खाद्य विभाग की कार्रवाई, 50 लाख का सामान जब्त
बहरहाल जिले में अब तक छिटपुट गुटखा जब्ती पर तत्काल कार्रवाई की गई, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर गुटखा जब्त हुआ और महीनों बीत जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं होना सवाल खड़े कर रहा है.
कोरिया में हुई थी बड़ी कार्रवाई
बता दें कि इससे पहले कोरिया में खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुकेश अग्रवाल नाम के व्यक्ति के गोदाम से 210 बोरा पान मसाला, 50 बोरा जर्दा जब्त किया था. टीम ने गोदाम को सील कर दिया है.