कोरबा: भारतीय जनता पार्टी ने नगर पालिक निगम कोरबा से पूर्व पार्षद संजू देवी राजपूत को मेयर का टिकट दिया है. नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद संजू अब अपने प्रचार में व्यस्त हो चुकी हैं. इस बीच उन्होंने क्षेत्र के मुद्दे, प्राथमिकताएं और राजनीतिक समीकरण को लेकर ETV भारत से खास बातचीत की.
नालियां बजबजा रही, 10 साल से कोई काम नहीं हुआ : चुनाव में मुद्दे के सवाल पर संजू ने कहा कि नगर निगम में समस्याएं बहुत सारी हैं. सभी को पता है कि 10 साल से यहां कांग्रेस के मेयर बैठे थे. जिसके कारण कुछ भी काम नहीं हुआ है. क्षेत्र में बहुत सी समस्याएं हैं. हम लोग सालों साल क्षेत्र में घूमते हैं. भारतीय जनता पार्टी के लोग लगातार काम करते हैं. अवसर मिला तो जनता की जो भी समस्या होगी, उसे हम दूर करेंगे. हर तरह की समस्या को दूर करेंगे. अभी जब हम डोर टू डोर घूम रहे हैं तो कई जगह की समस्यायें सामने आ रही हैं. नाली टूटे हुए हैं, काफी गंदगी है. जो काम हुए भी हैं, वहां कंक्रीट का काम ठीक से नहीं हुआ है. जब हम सत्ता में थे, तब कंक्रीट की ढलाई हुई थी. इसके बाद अंदरूनी क्षेत्रों में कुछ काम ही नहीं हुआ है. हम सभी चीजों को देख रहे हैं, सब नोट कर रहे हैं.
''10 साल बाद होगा परिवर्तन'' : बीते 10 वर्ष से नगरपालिका निगम कोरबा कांग्रेस के सत्ता रही है. परिवर्तन के प्रश्न पर संजू ने कहा कि देखिए, परिवर्तन तो जनता ने बीते 5 वर्षों में ही दिखा दिया है. कांग्रेस ने जो हाल नगर पालिका निगम क्षेत्र का किया है, उसके बाद तो हर हाल में परिवर्तन होना निश्चित है.
प्रतिद्वंदी को जवाब जनता देगी : कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी से कितना कड़ा मुकाबला होगा, इस प्रश्न के उत्तर में संजू ने कहा कि जनता ही चुनाव में उन्हें जवाब देगी. देखिए क्या है कि हम लोग जमीनी स्तर पर काम करने वाले लोग हैं. महिला मोर्चा की जो टीम रहती है, वो विधानसभा, लोकसभा में क्षेत्र का बहुत ज्यादा दौरा करती है. हमारा जो परिश्रम है, उसे जनता ने देखा है कि हम सालों साल लगे रहते हैं तो उसका प्रतिसाद हमें बेहतर मिलना चाहिए.
पार्षद रहने का फायदा मिल रहा : संजू देवी ने 10 वर्ष पहले निर्दलीय के तौर पर चुनाव जीता था. इसके बाद भाजपा में शामिल हो गईं थीं. उन्होंने कहा कि ''इस बात का मुझे फायदा भी मिल रहा है. जिस क्षेत्र में पार्षद रही हूं, वहां जाकर विकास कार्य की समीक्षा की जा सकती है. पहले जो धर्म हॉस्पिटल था, उसका कायाकल्प हो चुका है. जब मैं पार्षद थी और हमारे मेयर निगम की सत्ता पर काबिज थे, तब हॉस्पिटल का काम कराया था. लक्ष्मण बन तालाब, संजय नगर बस्ती में नाले के कंक्रीट का काम हमने कराया, स्ट्रीट लाइट लगवाया, सामुदायिक भवन बनाए, बहुत सी समस्याएं थीं, जिन्हें हमने दूर किया. अब 10 वर्षों से विकास रुका हुआ है.''
किसी एक समाज तक सीमित नहीं : संजू देवी पूर्वांचल समाज से आती हैं, पूर्व मेयर राजकिशोर प्रसाद भी इसी समाज से थे. इस समाज का चुनाव में क्या योगदान होगा इस प्रश्न के जवाब में संजू ने कहा "मैं जमीनी स्तर की कार्यकर्ता हूं. मैंने पार्षद रहते हुए जो काम किया, जो लोगों से मिलना हुआ, सभी समाजों का साथ मिला. 10 साल मैंने संगठन में काम किया है. हर जगह मैं जाती हूं. सभी 67 वार्डों में मेरा आना जाना है और मेरा सभी समाजों के साथ में अच्छा तालमेल है."
ईवीएम की बात बेमतलब, पार्टी एकजुट : EVM पर सवाल और सत्ता के दुरुपयोग करने वाले कांग्रेस के बयानों पर संजू ने कहा "कांग्रेसी सदैव इस तरह की बातें करते हैं और ईवीएम को दोष देते हैं. लेकिन इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है. जनता के बीच जाने पर मुझे काफी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है. संगठन के सभी लोग मेरे साथ हैं और जब मैं लोगों के बीच जा रही हूं तो सबका साथ मिल रहा है. जिन्हें टिकट नहीं मिला है, उनमें भी कोई असंतोष की बात नहीं है. ऐसा कुछ भी नहीं है, हम सब एकजुट रहते हैं. भारतीय जनता पार्टी छोटे से लेकर बड़े कार्यकर्ताओं को मान सम्मान देती है. यही हमारी भारतीय जनता पार्टी है."