धमतरी: बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद धमतरी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन का पुतला दहन किया (Tamil Nadu Chief Minister MK Stalin effigy burnt in Dhamtari). एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने बताया कि पिछ्ले दिनों तमिलनाडु के एक स्कूल में धर्मांतरण के दबाव के कारण लावण्या नामक छात्रा ने आत्महत्या कर ली. जिसके न्याय के लिये आवाज उठाने का काम अभाविप के कार्यकर्ता पूरे देश में कर रहे थे. पर कुछ दिनों पहले स्टालिन सरकार ने इस अवाज को दबाने का प्रयास करते हुए अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री निधि त्रिपाठी को चेन्नई से बल पूर्वक गिरफ्तार किया. जिसके विरुद्ध में अभाविप ने प्रण किया कि वे तब तक चुप नहीं बैठेंगे, जब तक कि लावण्या को न्याय एवं उसके हत्यारों को उचित दंड नहीं मिल जाता.
स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा पर धर्मांतरण करने का दबाव डालना अशोभनीय
इसी विरोध में बुधवार को पुतला दहन कर मुख्यमंत्री स्टालिन को अभाविप द्वारा चुनौती दी गई. अभाविप कार्यकर्ता तानाशाही रवैये से डर कर नहीं लड़ कर मुकाबला करेंगे. इस विषय में नगर मंत्री सुभाष यादव ने कहा कि, एक स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा पर धर्मांतरण करने का दबाव डालना अशोभनीय है. मिशनरियों द्वारा किया गया ये कृत्य उनके द्वारा चलाये जा रहे शिक्षण संस्थानों को सन्देह के दायरे में ला रहा है.
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विरोध के दौरान कई कार्यकर्ता उपस्थित थे
दूसरी ओर इसका फायदा उठाकर मिशनरी अपने धर्मांतरण के काले धन्धे को अंजाम देते हैं. जिसके परिणाम स्वरूप बच्चे ऐसे कठोर कदम उठाते हैं. जिससे बचने के लिये बच्चों के साथ साथ माता पिता को भी सचेत रहने की आवश्यकता है. कहा गया कि, महामंत्री निधि त्रिपाठी को बलपूर्वक स्टालिन सरकार द्वारा गिरफ्तार करना अनुचित है. पुतला दहन के मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े कार्यकर्ता मौजूद थे.