धमतरी: मार्च 2015 में एक हाथी की करंट से मौत हो गई थी. इस घटना के बाद कुछ लोगों ने उसे दफना दिया था, लेकिन अब पांच साल बाद मामले का खुलासा हुआ है. पुलिस ने वन विभाग की मदद से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
मामला ग्राम पंचायत भंडारवाड़ी के ग्राम सिरकट्टा का है. यहां किसान चैनसिंह मरकाम ने अपने खेत में लगी फसल को जंगली जानवरों से बचाने के लिए करंट लगाया था. एक हाथी भटककर इस करंट की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई थी. घटना लगभग शाम 7-8 बजे की थी. हाथी की करंट से मौत होने की जानकारी मिलने पर चैनसिंह ने अपने बेटों रंजीत और संजीत की मदद से उस जगह पर गड्ढा खोदकर हाथी के दो टुकड़े कर उसे दफना दिया था.
मुखबिरों के माध्यम से मिली जानकारी
बताया जा रहा है कि 2 साल पहले उनके बेटे रंजीत ने फिर से खुदाई की और 20 इंच लंबा हाथी का दांत निकालकर उसे अपने पास रख लिया. लगभग 2 महीने पहले दुगली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि उस क्षेत्र में ऐसी घटना घटी है. जिसके बाद पुलिस यहां पर सक्रिय हो गई और मुखबिरों का चारों तरफ जाल बिछाया गया. किसान चैन सिंह और उसके दोनों बेटों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया. तीनों के खिलाफ वन अधिनियम और आईपीसी की धारा के तहत गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.