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दंतेवाड़ा : बारिश के लिए 'भीमसेन देव' को मनाने पहुंचे 84 गांवों के ग्रामीण

अपनी अनूठी परंपराओं के लिए विख्यात बस्तर में किसान परेशान हैं. यहां अच्‍छी बारिश हो इसके लिए भी विशेष तरीके की पूजा अर्चना की जाती है. क्षेत्र में सूखे जैसे हालात बनते देख, उदेला गांव में इंद्रदेव को मनाने 84 गांव के पुजारी और ग्रामीण जुटे. जहां स्थित भीमसेन देव की पूजा अर्चना की गई.

Bhimsen Dev bastar
बारिश के लिए पूजा
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Published : Jul 29, 2020, 5:11 PM IST

Updated : Jul 29, 2020, 9:16 PM IST

दंतेवाड़ा : अपनी अनूठी परंपराओं, संस्कृति और रस्‍म-ओ-रिवाज़ के लिए बस्तर की अलग पहचान है. यहां अच्‍छी बारिश हो इसके लिए भी विशेष तरीके की पूजा अर्चना की जाती है. दंतेवाडा के अधिकांश इलाकों में बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं. क्षेत्र में सूखे जैसे हालात बनते देख, उदेला गांव में इंद्रदेव को मनाने के लिए 84 गांव के पुजारी और ग्रामीण जुटे हैं.

बारिश के लिए 'भीमसेन देव' की पूजा

ग्रामीणों की ओर से पहाड़ी पर मौजूद भीमसेन देव की पूजा अर्चना कर मूर्ति को हिलाया गया. भीमसेन देव एक पत्थर पर विराजित हैं. मान्यता है कि इस पत्थर को हिलाने से इलाके में अच्छी बारिश होती है. मूर्ती की ऊंचाई लगभग 4 फीट है, जिस साल बारिश नहीं होती ,उस साल सैकड़ों ग्रामीण उदेला गांव पहुंचकर भीमसेन पत्थर को हिलाते हैं.

Bhimsen Dev bastar
भीमसेन देव

ऐसी है मान्यता

मान्यता है कि ऐसा करने से इलाके में अच्छी बारिश होती है. ग्रामीण सदियों से ऐसा करते आ रहे हैं. मंगलवार को भी इसी तरह से पूजा अर्चना कर भीमसेन पत्थर को हिलाया गया. इस दौरान कुआकोंडा की प्रमुख देवी गंगादेई, लछनदेई, कोंडराज बाबा के साथ ग्रामीण पहाड़ पर पहुंचकर पूजा अर्चना की. इस साल ग्रामीणों ने फसल को सूखने से बचाने भीमसेन की पूजा कर अच्छी बारिश के लिए प्रार्थना की.

पढ़ें-छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभवाना

कई जिलों में येलो अलर्ट

बता दें कि सरगुजा और बस्तर संभाग के जिलों के साथ ही इससे लगे दूसरे संभागों के जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग की ओर से प्रदेश के कई जिलों में 48 घंटों का यलो अलर्ट भी जारी किया गया है. राजधानी में मंगलवार की शाम को कुछ घंटे के लिए झमाझम बारिश हुई, जिसकी वजह से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत जरूर मिली थी. लेकिन दंतेवाड़ा में बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं.

दंतेवाड़ा : अपनी अनूठी परंपराओं, संस्कृति और रस्‍म-ओ-रिवाज़ के लिए बस्तर की अलग पहचान है. यहां अच्‍छी बारिश हो इसके लिए भी विशेष तरीके की पूजा अर्चना की जाती है. दंतेवाडा के अधिकांश इलाकों में बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं. क्षेत्र में सूखे जैसे हालात बनते देख, उदेला गांव में इंद्रदेव को मनाने के लिए 84 गांव के पुजारी और ग्रामीण जुटे हैं.

बारिश के लिए 'भीमसेन देव' की पूजा

ग्रामीणों की ओर से पहाड़ी पर मौजूद भीमसेन देव की पूजा अर्चना कर मूर्ति को हिलाया गया. भीमसेन देव एक पत्थर पर विराजित हैं. मान्यता है कि इस पत्थर को हिलाने से इलाके में अच्छी बारिश होती है. मूर्ती की ऊंचाई लगभग 4 फीट है, जिस साल बारिश नहीं होती ,उस साल सैकड़ों ग्रामीण उदेला गांव पहुंचकर भीमसेन पत्थर को हिलाते हैं.

Bhimsen Dev bastar
भीमसेन देव

ऐसी है मान्यता

मान्यता है कि ऐसा करने से इलाके में अच्छी बारिश होती है. ग्रामीण सदियों से ऐसा करते आ रहे हैं. मंगलवार को भी इसी तरह से पूजा अर्चना कर भीमसेन पत्थर को हिलाया गया. इस दौरान कुआकोंडा की प्रमुख देवी गंगादेई, लछनदेई, कोंडराज बाबा के साथ ग्रामीण पहाड़ पर पहुंचकर पूजा अर्चना की. इस साल ग्रामीणों ने फसल को सूखने से बचाने भीमसेन की पूजा कर अच्छी बारिश के लिए प्रार्थना की.

पढ़ें-छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभवाना

कई जिलों में येलो अलर्ट

बता दें कि सरगुजा और बस्तर संभाग के जिलों के साथ ही इससे लगे दूसरे संभागों के जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग की ओर से प्रदेश के कई जिलों में 48 घंटों का यलो अलर्ट भी जारी किया गया है. राजधानी में मंगलवार की शाम को कुछ घंटे के लिए झमाझम बारिश हुई, जिसकी वजह से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत जरूर मिली थी. लेकिन दंतेवाड़ा में बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं.

Last Updated : Jul 29, 2020, 9:16 PM IST
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