दंतेवाड़ा: कुआकोंडा ब्लॉक के बुरगुम पंचायत से सैकड़ों ग्रामीण गुरुवार को कलेक्टर ऑफिस पहुंचे. गांववालों ने कहा कि उन्हें पंचायत में शिक्षा, चिकित्सा, बिजली और स्वच्छ पेयजल चाहिए. हालांकि ग्रामीण बुरगुम में खुलने वाले सीआरपीएफ कैम्प और सड़क का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बुरगुम धुर नक्सल प्रभावित इलाका है, ऐसे में यहां सीआरपीएफ कैंप खुल जाने से आम लोगों की परेशानियां बढ़ जाएगी.
ग्रामीणों ने कहा कि अगर सरकार इस इलाके के लिए कुछ करना चाहती है तो, पंचायत में शिक्षा, चिकित्सा और स्वच्छ पेयजल के लिए कुछ काम करे. ग्रामीणों ने बताया कि वे आज तक अंधेरे में रह रहे हैं, ऐसे में सबसे पहले तो उनके गांवों में बिजली की व्यावस्था की जाए. इसके अलावा और की कई मांगों को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर से मिलने की मांग की, हालांकि ग्रामीणों से कलेक्टर की मुलाकात नहीं हो पाई है.
ग्रामीणों की मांग-
- बुरगुम के सभी पारा में हैंडपंप
- सभी पारा मर झरिया कुआं का निर्माण
- बुरगुम में बिजली पहुंचाई जाए
- पंचायत की गलियों में सीसी सड़क का निर्माण
- पुजारी पारा में आंगनबाड़ी भवन
- कवासी पारा में एक तालाब का निर्माण
- सीआरपीएफ कैंप नहीं खोलने की मांग
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ग्रामीणों से मिली जिला पंचायत अध्यक्ष
कलेक्टोरेट पहुंचे ग्रामीणों से जिला पंचायत अध्यक्ष कमला विनय नाग ने मुलाकात की. जिनको ग्रामीणों से अपनी समस्याएं सुनाई. चिकित्सा और शिक्षा जुड़ी समस्याओं को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष ने आश्वासन देते हुए इसे देखने की बात कही, वहीं सड़क और कैंप का विरोध के मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि ये ग्रामीण ही बता पाएंगे की वे ये क्यों नहीं चाहते.