दंतेवाड़ा: नक्सल मोर्चे पर सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. शनिवार को शासन की पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर तीन लाख के इनामी नक्सली बामन मंडावी ने सरेंडर कर दिया. दुआली करका का रहने वाले बामन मंडावी ने एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण किया. बामन मंडावी पर कई नक्सली वारदात में शामिल होने का आरोप लगा है. बामन मंडावी 2010 से नक्सली संगठन से जुड़ा था.
पुलिस बामन मंडावी के समर्पण को बड़ी कामयाबी बता रही है. सरेंडर करने के दौरान एसपी अभिषेक पल्लव ने बामन मंडावी को10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि भी दी.
बामन इन वारदातों में था शामिल
- बामन मंडावी पर साल 2014 में सुकमा के तहकवाड़ा में एंबुश में फंसाकर 16 जवानों को शहीद करने का आरोप है.
- साल 2014 में ही तोंगपाल में नक्सली हमले में 16 सुरक्षा जवान शहीद हुए थे इस हमले में भी बामन का हाथ था, बामन पर वार्ड पंचायत साधू नाग की हत्या का भी आरोप है
- साल 2015 में दंतेवाड़ा के कुआकोंडा में सीआरपीएफ के वाहन को बम से उड़ाने की घटना में भी बामन का हाथ था. इस घटना में 7 जवान शहीद हुए थे. इसके अलावा सुरक्षाबलों से रायफल लूट की घटना में भी यह शामिल था.
- 2016 में सुकमा में डीआरजी जवान की हत्या के मामले में भी बामन मंडावी का हाथ था, इसके अलावा कई और नक्सली घटनाओं में बामन मंडावी की तलाश की जा रही थी