दंतेवाड़ा: स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर जिले में क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया. शहीद हवलदार शशिकांत और कमल सिंह के सर्वोच्च बलिदान की याद में 231वीं वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की तरफ से नक्सलवाद को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए शशि कमल मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट (Shashi Kamal Memorial Cricket Tournament ) का आयोजन किया गया.
इस टूर्नामेंट में नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं की 8 टीमों ने भाग लिया. जिसमें डीआरजी दंतेवाड़ा और सीआरपीएफ 231 बटालियन की टीम भी शामिल थी. खिलाड़ियों ने सद्भावना और एकता का परिचय देते हुए क्रिकेट टूर्नामेंट को खेला. जिसमें DRG दंतेवाड़ा और सीआरपीएफ 231 बटालियन के बीच फाइनल मैच खेला गया. टूर्नामेंट में DRG दंतेवाड़ा ने बाजी मारी और विजेता रही.
समापन समारोह में मुख्य अतिथि कमांडेंट सुरेन्द्र सिंह, अतिथि एसपी अभिषेक पल्लव, अधिनस्थ अधिकारी मौजूद रहे. मुख्य अतिथि ने आयोजन को संबोधित करते कहा कि बस्तर क्षेत्र में शांति स्थापित करने हेतु यह एक प्रयास है. 231 बटालियन ने विजेता टीम DRG दंतेवाड़ा को क्रिकेट मैच की ट्रॉफी व 5 हजार रुपए नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया. एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने उप-विजेता टीम 231 बटालियन CRPF को ट्रॉफी और 3 हजार रुपये नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया. क्रिकेट टूर्नामेंट में सम्मिलित हुई सभी टीमों के खिलाड़ियों को बधाई दी गई. साथ ही बटालियन के सफल आयोजन के लिए आभार मानते इस बात पर जोर दिया कि भविष्य में इस प्रकार के आयोजन करने से सुरक्षा बल और ग्रामीणों के बीच रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे.
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कमांडेंट सुरेंद्र सिंह ने बताया कि यह टूर्नामेंट सीआरपीएफ बटालियन के शहीद हवलदार शशिकात व कमल सिंह की याद में हर साल कराया जाता है. इस प्रतियोगिता में नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर मिलता है. CRPF बटालियन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं. बस्तर में अमन शांति और चैन के लिए हमेशा तत्पर रहती है. समय-समय पर CRPF 231 बटालियन की तरफ से नक्सल प्रभावित क्षेत्र के गांव में इस तरह के प्रोग्राम किए जाते हैं. जिससे ग्रामीणों और फोर्स के बीच संबंध और अच्छा हो रहा है.
SP अभिषेक पल्लव ने बताया कि सीआरपीएफ और पुलिस बल के तालमेल से नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास हुआ है. जहां पहले नक्सलियों का गढ़ हुआ करता था वहां पर आज सीआरपीएफ और पुलिस बल ने बिजली, पानी, रोड बनाकर गांव में विकास किया है. जिससे गांव वालों का पुलिस प्रशासन व सीआरपीएफ पर विश्वास बढ़ रहा है.