दंतेवाड़ा: जिला प्रशासन और जिला पुलिस दंतेवाड़ा की ओर से जिले में संचालित मनवा नवा नार कार्यक्रम के तहत घोर नक्सल प्रभावित ग्राम टेटम तक बिजली पहुंचाई गई. अब तक सुविधाओं से दूर रहा यह गांव बल्ब की रोशनी से जगमगा रहा है. टेटम गांव चारों तरफ से दुर्गम पहाड़ियों और घने जगलों से घिरा हुआ है. यहां नक्सली सक्रियता के चलते विकास के काम रुके हुए थे. सीआरपीएफ 17 वाहिनी का कैंप स्थापित होने के बाद ग्रामीणों की सुविधाओं पर काम शुरू हो पाया.
नक्सलियों ने काट दी थी ब्लाॅक मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क: टेटम गांव नक्सल दृष्टि से अतिसंवेदनशील क्षेत्र है, जिससे यहां आमजनों को मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था. नक्सलियों ने आवागमन को बाधित करने के लिए ब्लाॅक मुख्यालय से टेटम गांव को जोड़ने वाली सड़क को कई जगह से काट दिया गया था. कैम्प खुलने के बाद आवागमन शुरू कराने सड़कों की मरम्मत कराई जा रही है. अब एम्बुलेंस की भी पहुंच टेटम तक संभव हो सकी है.
राशन लेने जाना पड़ता था 8 किलोमीटर दूर: कैंप खुलने से पहले पीडीएस राशन दुकान का संचालन पंचायत भवन में चलता था. बारिश में आवागमन बाधित होने से ग्रामीणों को 8 किमी दूर तुमकपाल में राशन लेने जाना पड़ता था. घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने से नए पीडीएस भवन का निर्माण नहीं हो पा रहा था. कैम्प खुलने के बाद नया पीडीएस भवन बना और ग्रामीणाों को ग्राम स्तर पर ही राशन उपलब्ध हो पा रहा है.
साप्ताहिक बाजार की भी हो गई शुरुआत: टेटम और आस-पास के ग्रामीण दैनिक उपयोग का सामान लेने 15 किमी दूर कटेकल्याण साप्ताहिक बाजार जाते थे. अब साप्ताहिक बाजार की शुरुआत टेटम गांव में ही की गई. इससे आस-पास के तुमकपाल, तेलम, कोडरीपाल, नयानार, बडेलखपाल और बडेगुडरा के ग्रामीणों को सुविधा हुई है. स्वच्छ पेयजल के लिए सौर उर्जा से संचालित पानी टंकी का निर्माण कराया जा रहा है.
मोबाइल कंपनी का लगा टावर, इंटरनेट भी चल रहा: टेटम कैंप में जियो नेटवर्क का टॉवर स्थापित किया गया है. 4जी नेटवर्क आने से ग्रामीणों में भारी उत्साह है. इंटनेट की सुविधा होने से ग्राम पंचायत स्तर पर ही ऑनलाइन आधार कार्ड, राशन, पेंशन आदि से जुड़ी सभी सुविधाएं मिल रही हैं. गांव में सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधा, मोबाइल नेटवर्क और अन्य सुविधाओं की पहुंच संभव होने से ग्रामीणों का शासन-प्रशासन सहित सुरक्षा बलों पर विश्वास बढ़ा है.