दंतेवाड़ा: मनरेगा अधिकारी और कर्मचारी महासंघ के बैनर तले मनरेगा कर्मियों ने छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ विरोध जताया. छत्तीसगढ़ में कार्यरत 15 साल से अनुभवी अधिकारी कर्मचारी जिसमें सहायक परियोजना अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी, तकनीकी सहायक, सहायक प्रोग्रामर शामिल हैं. जिन्होंने छत्तीसगढ़ को पिछले कई सालों में राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार दिलाये हैं. ये कर्मचारी आज भी संविदा कर्मचारी के रूप में काम कर रहे हैं.
भूपेश बघेल की अगुवाई में जन घोषणा पत्र में वादा किया गया था. 10 दिनों के भीतर संविदा कर्मचारियों को नियमितीकरण का उपहार दिया जाएगा. लेकन भूपेश सरकार ने अभी तक ये वादा पूरा नहीं किया है. प्रदेश में सचिव और रोजगार सहायक संघ भी हड़ताल पर है. मनरेगाकर्मी 21 जनवरी को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन कर सीएम के नाम ज्ञापन सौंपेंगे.
मनरेगा कर्मियों की मांगें
- समस्त मनरेगा अधिकारी-कर्मचारियों को 62 वर्ष की जॉब सुरक्षा करते हुए समान काम समान वेतन दिया जाए
- पंचायत कर्मी नियमावली लागू करते हुए नियमितीकरण का प्रावधान हो
- पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में रिक्त पदों में मनरेगा अधिकारी-कर्मचारियों की भर्ती की जाये
- ग्राम रोजगार सहायक को ग्रेड पर निर्धारित करते हुए जॉब सुरक्षा प्रदान की जाये