रायपुर/ दंतेवाड़ा : कोरोना संक्रमण के कारण लोगों को घर से ना निकलने की समझाइश लगातार दी जा रही है. लेकिन इसके बाद भी लोग अपने परिजनों को अपने पास घर बुलाने से बाज नहीं आ रहे हैं. उनके परिजन कहीं मालगाड़ी के डिब्बों में आ रहे हैं, तो कहीं जंगलों के रास्ते से पैदल आ रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग को लगातार कुछ लोगों के आने की सूचना मिल रही है. इन सूचना के आधार पर हर दिन 30 से 40 लोग किरंदुल क्षेत्र में आ रहे हैं. साथ ही कुछ लोग मालगाड़ी के डिब्बों में छुपकर और अपने संसाधनों से आकर स्वास्थ विभाग को बिना कुछ सूचना दिए यहां आकर रह रहे हैं. जिससे स्वास्थ्य विभाग संक्रमण बढ़ने की आशंका जता रहा है. रेलवे के माध्यम से लोगों के आवागमन को देखते हुए, जिला प्रशासन ने रेलवे को सजग किया है. साथ ही रेलवे को पत्र लिखकर कहा है कि यदि ट्रेन के जरिए कोई नगर में आता है और उससे संक्रमण फैलता है तो उसकी जिम्मेदारी रेलवे की होगी.
सजग हुआ रेल प्रबंधन
जिला प्रशासन की चट्ठी के बाद रेलवे प्रशासन मालगाड़ी के डिब्बों को चेक कर रही है और इस महामारी के संक्रमण को रोकने में सजग हुई है. लेकिन इस आदेश से पहले बहुत से लोग छुप-छुपाकर नगर में पहुंच चुके हैं.
जंगलो में जांच कर रहे स्वास्थ्यकर्मी
स्वास्थ्य कर्मचारी पैदल आए हुए गांव के लोगों का कोरोना संक्रमण का परीक्षण कर रहे हैं. जिससे उनके स्वस्थ होने का प्रमाण मिल सकें. वे जंगलों में जाकर उनका इलाज कर रहे हैं. जब जिले में धारा 144 लागू हो गई है इसके बाद भी लोग जंगलों से छुप छुपाकर शहर में दाखिल हो रहे हैं.